तमिलनाडु में सड़क दुर्घटना में 7 महिलाओं की मौत,10 घायल

चेन्नई। तमिलनाडु के तिरुपत्तूर जिले के नटरामपल्ली में सोमवार को चेन्नई-बेंगलूरु राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-44) पर एक माल से लदी लॉरी द्वारा टक्कर मारने के बाद, एक पर्यटक वैन महिलाओं के ऊपर पलट जाने से 7 महिलाओं की मौके पर ही मौत हो गई और 5 महिलाओं सहित 10 अन्य घायल हो गए।

रिपोर्ट के अनुसार घटना उस समय घटी, जब महिलाएं कर्नाटक के विभिन्न तीर्थ केंद्रों का दौरा करने के बाद, वेल्लोर जिले के परमानबुट शहर में स्थित अपने गृह नगर लौट रही थीं। उसी दौरान पर्यटक वैन का अगला टायर फट गया। चालक टायर को बदल रहा था तभी माल लदी लॉरी ने पीछे से टक्कर मार दी और वैन पास में ही खड़ी महिलाओं पर पलट जाने से सात महिलाओं की मौके पर ही मौत हो गई और पांच महिलाओं सहित दस अन्य घायल हो गए।

सभी घायलों को इलाज के लिए कृष्णागिरी और तिरुपत्तूर के सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल तथा वानियमबाड़ी के सरकारी तालुक अस्पताल में भर्ती कराया गया। शवों को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भिजवाया गया।

मृतकों में पी सेल्वी उर्फ सेट्टम्मल (55), एम मीरा (51), एस देवकी (50), के कलावती (50), के सावित्री (42), आर गीतांजलि (35) और डी देवयानी (32) हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने तिरुपथुर में एक सड़क दुर्घटना में लोगों के हताहत होने पर दु:ख प्रकट किया है। उन्होंने मृत व्यक्तियों के लिए अनुग्रह राशि और घायलों को सहायता दिए जाने की घोषणा की है।

मोदी ने सोमवार को डिजिटल नेटवर्किंग साइट एक्स पर एक संदेश में कहा कि तमिलनाडु के तिरुपथुर में एक सड़क दुर्घटना में मौत से दुखी हूं। शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदनाएँ। मैं प्रार्थना करता हूं कि घायल जल्द ठीक हों।

सर्वश्री मोदी और स्टालिन ने दुर्घटना में मृत व्यक्तियों के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष तथा मुख्यमंत्री जन राहत कोष से दो-दो लाख रुपए की अनुग्रह राशि तथा घायलों को 50-50 हजार रुपए की सहायता दिए जाने की घोषणा की है।

स्टालिन ने अपने बयान में दुर्घटना में महिलाओं की हुई मौत पर, गहरा दुख व्यक्त किया और मृतकों तथा घायलों के परिवारों को मुख्यमंत्री जन राहत कोष से सांत्वना राशि देने की घोषणा की। उन्होंने अस्पताल के अधिकारियों को घायलों को बेहतर उपचार प्रदान करने का भी निर्देश दिया।

उल्लेखनीय है कि महिलाएं पेरनामबुट शहर के अपने आठ रिश्तेदारों के साथ आठ सितंबर को एक पर्यटक वैन किराए पर लेकर कर्नाटक के विभिन्न तीर्थ और पर्यटन केंद्रों की यात्रा पर गई थीं, जब वे घर लौट रही थीं तब यह भीषण हादसा हो गया।