सरकार को मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति कर जनता को राहत पहुंचानी चाहिए : अशोक गहलोत

जयपुर। राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने राज्य सरकार को अपनी उपलब्धि गिनाने के बजाय बिजली-पानी जैसी मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति पर ध्यान देकर जनता को राहत पहुंचाई जानी चाहिए।

गहलोत ने सोमवार को सोशल मीडिया के माध्यम से उनके बिजली को लेकर दिए बयान पर सरकार के जवाब पर पलटवार करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि रविवार को मैंने प्रदेश की बिजली की समस्या उठाई तो सरकार की ओर से प्रेस वार्ता कर उपलब्धियों का बखान किया पर बिजली कटौती की समस्या जारी है।

उन्होंने कहा कि बिजली के साथ राजधानी जयपुर में स्थित मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र सांगानेर सहित प्रदेशभर में पेयजल के लिए हाहाकार मचा है एवं आमजन प्रदर्शन करने के लिए मजबूर है। सरकार को प्रेस वार्ता कर उपलब्धि गिनाने की बजाय बिजली-पानी जैसी मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति पर देना चाहिए जिससे जनता को राहत मिल सके।

गहलोत ने कहा कि राजस्थान में लगभग हर सरकारी विभाग का हाल खराब चल रहा है। गत जनवरी में प्रमोशन पा चुके तमाम आईएएस एवं आईपीएस अधिकारी भी अपनी नई पोस्टिंग के छह महीने से इंतजार में हैं। तहसीलदार में प्रमोशन के बावजूद 250 तहसीलदार मजबूरी में अपने कनिष्ठ पद पर ही आसीन हैं।

उन्होंने कहा कि इसका असर सरकार एवं प्रशासन के काम पर पड़ रहा है एवं जनता को भयंकर परेशानी हो रही है। ऐसे रुटीन प्रक्रिया के कार्यों में ही जब 6-6 महीने का समय लग रहा है तो बड़े निर्णय ये सरकार कैसे ले सकेगी।