बदायूं में नाबालिग ने दरोगा पर लगाया थाने में दुष्कर्म का आरोप

बदायूं। उत्तर प्रदेश में बदायूं जिले के कादरचौक क्षेत्र में एक किशोरी ने दरोगा पर दुष्कर्म का आरोप लगाया है।

पुलिस सूत्रों ने बताया कि पीड़ित को दूसरे गांव का रहने वाला मुज़क्किर नामक युवक नौ जून को अपहरण करके ले गया था, जिसके बाद 10 जून को परिजनों ने अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस कार्रवाई न होने पर परिजनों ने मामले की जानकारी हिंदू संगठनों को दी जिस पर हिंदू संगठनों ने 20 जून को कादरचौक थाने का घेराव किया था। इसके बाद पुलिस हरकत में आई और आरोपियों की तलाश शुरू की। आरोपी की लोकेशन के आधार पर कादरचौक थाने के एक दरोगा हरिओम ने लड़की को तमिलनाडु से बरामद कर लिया।

पीड़ित लड़की का आरोप है कि थाने में दरोगा हरिओम ने उसको अपने कमरे में रखा और उसके साथ दुष्कर्म किया। पीड़ित लड़की को जब 27 जून को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की कोर्ट में 164 के बयान लिए गए। इसके बाद जब लड़की को उसके परिजनों को सौंपा गया तो उसने यह बात अपने परिजनों को बताई।

पीड़िता ने मीडिया के समक्ष कैमरे पर बताया कि उसकी दादी ने मुज्जकिर से पैसे लेकर उसको बेच दिया था। मुज्जकिर उसको तमिलनाडु ले गया था। वंहा से पुलिस ने उसको छह दिन बाद बरामद किया। वहां से जब ट्रेन से उसको वापस लाया जा रहा था तब एसआई हरिओम ने उसके साथ जबदस्ती की थी और थाने में गलत काम किया था।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बृजेश सिंह ने बताया कि इस मामले में चूंकि पीड़िता ने कोर्ट में कलमबंद बयान दर्ज कराए हैं, इसलिए पुलिस फिलहाल सार्वजनिक रूप से अपना पक्ष नहीं रख सकती। लेकिन पुलिस सभी तथ्यों और परिस्थितियों के आधार पर कोर्ट में अपना पक्ष उचित समय पर रखेगी।