लखनऊ। अवैध धर्मांतरण के आरोपी जलालुद्दीन उर्फ छांगुर पर मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का शिकंजा और कसता जा रहा है। ईडी आज लखनऊ की अदालत में छांगुर को रिमांड पर लेने के लिए अर्जी दाखिल कर सकती है।
जांच में अब तक 60 करोड़ रुपए से ज्यादा की मनी लॉन्ड्रिंग और छांगुर नेटवर्क के 15 ठिकानों पर छापेमारी के बाद करोड़ों की बेनामी संपत्तियों का खुलासा हुआ है। रिमांड की अर्जी दाखिल कर ईडी छांगुर बाबा से विदेशी फंडिंग और मनी लॉन्ड्रिंग नेटवर्क को लेकर सीधे पूछताछ कर सकती है।
इससे पहले छांगुर बाबा को सात दिन की पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ की गई थी। एटीएस की पूछताछ में बाबा छांगुर ने कई हैरान करने वाले खुलासे किए थे, जिनमें विदेशी पैसों के जरिए धर्मांतरण और संपत्तियों की खरीद-फरोख्त जैसी जानकारियां सामने आई थीं।
वहीं ईडी बाबा से कई अहम बिंदुओं पर पूछताछ कर सकती है। ईडी बाबा से जानना चाहेगी कि किस देश से कितनी फंडिंग आई। कौन-कौन लोग इस फंडिंग नेटवर्क में शामिल थे और पैसा किन प्रॉपर्टी डील्स या संस्थाओं में लगाया गया है।
इसके साथ ही ईडी छांगुर बाबा से यह भी जानकारी जुटाना चाहेगी कि क्या इस नेटवर्क का किसी देशविरोधी गतिविधि से संबंधित है। गौरतलब है कि ईडी ने हाल ही में लखनऊ, बलरामपुर और मुंबई में छांगुर बाबा और उसके साथियों के 15 ठिकानों पर छापेमारी की थी। इस दौरान विदेशी धन प्राप्त करने, अचल संपत्तियां खरीदने और उसे विभिन्न नामों पर ट्रांसफर करने के सबूत बरामद हुए हैं।