जयपुर के SMS अस्पताल के ट्रोमा सेंटर में आग से 7 मरीजों की मौत, 5 घायल

जयपुर। राजस्थान की राजधानी जयपुर के सवाई मानसिंह (एमएसएस) अस्पताल के ट्रोमा सेंटर के गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में रविवार देर रात आग लग जाने से दो महिलाओं सहित छह मरीजों की मौत हो गई जबकि पांच मरीज घायल हो गए।

अस्पताल के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार देर रात 11.20 बजे ट्रोमा एवं अस्थि रोग संस्थान के न्यूरोसर्जरी आईसीयू-एक में इलेक्ट्रिक शोर्ट सर्किट से आग लग गई। इससे आसीयू में धुंआ फैल गया। इस दौरान तत्काल इन मरीजों को ट्रोमा सेन्टर के अन्य आईसीयू में शिफ्ट किया गया लेकिन छह मरीजों ने दम तोड़ दिया जबकि पांच घायल हैं। मृतक मरीजों में पिंटू, दिलीप, श्रीनाथ, रुक्मणी, बहादुर एवं कुसुमा शामिल हैं।

हादसे के बाद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा देर रात करीब ढाई बजे अस्तपाल पहुंचे और हालात का जायजा लिया और इस घटना पर गहरा दुख प्रकट किया और इसे दुःखद बताया। उन्होंने घायलों से मिलकर उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की। मुख्यमंत्री ने अस्पताल में प्रशासन एंव चिकित्सा विभाग एवं अस्पताल के अधिकारियों से जानकारी ली और पीड़ितों को त्वरित हरसंभव मदद उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।

उन्होंने कहा कि मरीजों की सुरक्षा, इलाज और प्रभावित लोगों की देखभाल के लिए हरसंभव कदम उठाए जा रहे हैं और स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है। राज्य सरकार प्रभावित परिवारों के साथ है और उन्हें हरसंभव सहयोग प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।

शर्मा ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं और जांच के लिए कमेटी की घोषणा की गई है। इसके लिए चिकित्सा विभाग के आयुक्त इक़बाल ख़ान की अध्यक्षता में कमेटी घटना की जांच करेगी और यह समिति इस हादसे से संबंधित सभी पहलुओं की जांच करके एक विस्तृत रिपोर्ट राज्य सरकार को प्रस्तुत करेगी। इस हादसे के बाद मुख्यमंत्री ने सोमवार को अपना दिल्ली जाने का दौरा भी स्थगित कर दिया और इस घटना पर पूरी नजर बनाए हुए हैं।

उन्होंने कहा कि यह हादसा अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना की तथा शोक संतप्त परिजनों को यह दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से कामना की। उन्होंने कहा कि दुःख की इस घड़ी में राज्य सरकार परिजनों के साथ खड़ी हैं तथा सरकार उन्हें हरसंभव मदद उपलब्ध कराएगी। शर्मा ने मरीजों की सुरक्षा, उपचार और प्रभावितों की देखभाल राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता बताते हुए कहा कि इसमें किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

मुख्यमंत्री के निर्देश पर इस हादसे की जांच के लिए चिकित्सा शिक्षा विभाग के आयुक्त इकबाल खान की अध्यक्षता में छह सदस्यों की एक उच्चस्तरीय समिति का गठन किया गया है। यह समिति आग लगने के कारण, दुर्घटना की स्थिति में राहत एवं बचाव कार्यों की व्यवस्था सहित भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृति नहीं हो, पर विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर शीघ्र राज्य सरकार को प्रस्तुत करेगी।

दिलावर ने एसएमएस के ट्रॉमा सेंटर में हादसे के बाद लिया जायजा

शिक्षा एवं पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर ने सोमवार को देर शाम सवाई मानसिंह (एसएमएस) अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर का हादसे के बाद जायजा लिया। इस दौरान दिलावर ने रविवार रात को ट्रोमा सेंटर के आईसीयू में आग लगने के कारण हुए हादसे की चिकित्सकों सें जानकारी ली और आग से जल कर नष्ट हुए ट्रॉमा सेंटर की गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) को देखा।

चिकित्सकों ने दिलावर को बताया कि देर रात अचानक ट्रॉमा सेंटर की दूसरी मंज़िल पर स्थित आईसीयू के स्टोर मे शार्ट सर्किट से आग लगी, जिसका पता नही चल सका। अत्यधिक धुंआ भर जाने के कारण दम घुटने से वहां पर भर्ती छह मरीजों की जान चली गई।

उन्होंने घटना पर दुख जताते हुए कहा कि हादसा दुखद है। मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा स्वयं घटना के तुरंत बाद अस्पताल का दौरा कर चुके है। उन्होंने पूरे मामले मे संज्ञान लिया है। दुर्घटना के शिकार लोगों की हर संभव मदद की जाएगी।

गहलोत ने एसएमएस अस्पताल में हादसे के पीड़ितों को बंधाई हिम्मत

पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने जयपुर के सवाई मान सिंह (एमएसएस) अस्पताल में आग लगने से हुए हादसे के पीड़ितों से मिलकर उन्हें हिम्मत बंधाई और कहा है कि पीड़ितों को न्याय के लिए एक न्यायिक आयोग का गठन करना चाहिए।

गहलोत ने सोमवार को पूर्वाह्न में एसएमएस अस्पताल पहुंचकर ट्रोमा सेंटर के आईसीयू में हुए हादसे की जानकारी ली। इस हादसे में जान गंवाने वाले मरीजों के परिजनों से मुलाकात कर उन्हें हिम्मत बंधाई। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि यह बेहद अफसोसजनक है कि इन परिजनों में राज्य सरकार द्वारा इनके साथ किए गए व्यवहार के प्रति रोष है क्योंकि सरकार ने संवेदनशीलता नहीं दिखाई है। परिजनों ने बताया कि उनसे अभी तक सरकार के किसी प्रतिनिधि ने बात नहीं की है।

अशोक गहलोत ने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को संवेदनशीलता दिखाते हुए अविलंब परिजनों से बात करते हुए इन्हें संतुष्ट करना चाहिए एवं पीड़ितों को न्याय के लिए एक न्यायिक आयोग का गठन करना चाहिए।

एसएमएस अस्पताल हादसे के मृतकों के कस्बों में शोक व्याप्त

जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल (एसएमएस) अग्निकांड में भरतपुर एवं डीग जिले के तीन मरीजों की हुई मौत के बाद यहां लोगों के बीच शोक की लहर छाई हुई है। प्राप्त जानकारी के डीग जिले के गोपालगढ़ कस्बे की रुक्मणि, भरतपुर जिले के हजीतर गांव की कुषमा देवी और बयाना कस्बे के श्रीनाथ के घरों पर शोक संवेदना जताने वालों की भीड़ लगी हुई है। अग्निकांड के शिकार मरीजों के सगे सम्बन्धी मृतकों के परिजनों को सान्त्वना देकर उन्हें ढांढस बंधाने में जुटे हैं। मृतकों के घरों पर प्रशासनिक अधिकारियों की आवाजाही भी बनी हुई है।