नई दिल्ली। राजस्व आसूचना निदेशालय (डीआरआई) ने गोपनीय जानकारी के आधार पर ऑपरेशन गोल्डन स्वीप अभियान के विदेशी नागरिकों, मुंबई में हवाई अड्डा कर्मचारियों और एक अंतरराष्ट्रीय सोना तस्करी सिंडिकेट का भंडाफोड़ किया है।
डीआरआई की ओर से शनिवार को जारी एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार इस अभियान में छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय (सीएसएमआई) हवाई अड्डे पर 10.488 किलोग्राम का विदेश से लाया जा रहा 24 कैरेट का सोना जब्त किया गया, जिसका मूल्य लगभग 12.58 करोड़ रुपए है।
इस अभियान में डीआरआई ने मुंबई में इस अत्यधिक संगठित गिरोह के 13 लोगों को गिरफ्तार किया जिनमें दो बांग्लादेशी, छह श्रीलंकाई नागरिक, मीट-एंड-ग्रीट सेवा के दो हवाई अड्डे के कर्मचारी, दो हैंडलर और तस्करी का मुख्य साजिशकर्ता भी शामिल है।
विज्ञप्ति के अनुसार जांच से पता चला कि एक अंतरराष्ट्रीय गिरोह में शामिल व्यक्ति सिंगापुर, बैंकॉक और ढाका से अपने शरीर के अंदर अंडे के आकार के मोम के कैप्सूल में सोना छिपाकर ले आते थे।
मुंबई पहुंचने पर ये आगे की यात्रा करने वाले यात्री तस्करी किया हुआ सोना अंतरराष्ट्रीय प्रस्थान क्षेत्र में हवाई अड्डे के कर्मचारियों को सौंप दिया करते थे। वे कर्मचारी ने हवाई अड्डे परिसर से सोने को मास्टरमाइंड के साथ समन्वय करने वाले हैंडलरों और रिसीवरों को सौंपते थे। मुंबई और दुबई स्थित मास्टरमाइंड्स द्वारा संचालित इस सिंडिकेट में ट्रांजिट यात्री, हवाई अड्डे के कर्मचारी, हैंडलर और रिसीवर कई स्तरों पर इस तस्करी को अंजाम दे रहे थे।
अधिकारियों का कहना है कि यह मामला संवेदनशील बुनियादी ढांचे के भीतर बढ़ते आंतरिक खतरे को भी उजागर करता है क्योंकि यह संगठित सिंडिकेट आर्थिक लाभ के लिए ट्रांजिट मार्गों और हवाई अड्डे के कर्मियों का फायदा उठाने की कोशिश करते हैं। विज्ञप्ति के अनुसार इस मामले में आगे की जांच जारी है।