लखनऊ। लखनऊ के काकोरी थाना क्षेत्र में दलित बुजुर्ग से मंदिर परिसर में पेशाब चटवाने की अमानवीय घटना से उत्तर प्रदेश की सियासत गर्म हो गई है।
मामले को लेकर विपक्ष सरकार को घेरने में जुटा हुआ है। इस मामले में आम आदमी पार्टी के यूपी प्रभारी और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि भाजपा राज में दलित होना अपराध है। पासी समाज के इस बुजुर्ग के साथ जानवर जैसा व्यवहार किया गया। यह नया भारत है।
पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल आज शाम को पीड़ित के घर जाएगा। प्रतिनिधिमंडल में निवर्तमान प्रदेश महासचिव दिनेश पटेल,प्रान्त अध्यक्ष इमरान लतीफ, अयोध्या के प्रांत प्रभारी कैप्टन सरबजीत सिंह, जनक प्रसाद, इरम रिजवी शामिल हैं।
वहीं आजाद समाज पार्टी के संस्थापक व सांसद चंद्रशेखर आज़ाद ने कहा कि यह सिर्फ एक अपराध नहीं, बल्कि दलित विरोधी मानसिकता का नंगा प्रदर्शन है। यह मानवता और संविधान की आत्मा पर प्रहार है।
गौरतलब है कि बीती सोमवार रात बीमार बुजुर्ग रामपाल (70) शीतला माता मंदिर के सामने से गुजर रहे थे। अचानक तबीयत खराब होने पर वे मंदिर की सीढ़ियों पर बैठ गए। इसी दौरान पेशाब छूट गई। यह देखकर मंदिर के सामने स्थित दुकान का मालिक स्वामीकांत उर्फ पम्मू गुस्से में वहां पहुंचा। उसने बुजुर्ग से अभद्रता की, गालियां दीं और जबरन पेशाब चटवा दी। इतना ही नहीं, आरोपी ने बुजुर्ग से पूरा मंदिर धुलवाया और लात मारकर भगा दिया।
रामपाल ने बताया कि मैं सांस का मरीज हूं, तबीयत खराब थी इसलिए मंदिर की सीढ़ियों पर बैठा। गलती से पेशाब हो गई। पम्मू ने कहा इसे चाटो, मैंने डर के मारे चाट लिया। फिर बोला मंदिर धोओ, मैंने धोया भी। उसके बाद उसने लात मारी।
घटना की जानकारी मिलने पर पूर्व सांसद कौशल किशोर और विधायक अमरेश रावत बुधवार सुबह पीड़ित से मिलने पहुंचे। दोनों ने मामले की निंदा करते हुए न्याय दिलाने का भरोसा दिया। कौशल किशोर ने कहा कि यह अमानवीय और दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।