कौशाल्या नंद गिरि सनातन किन्नर अखाड़ा की पीठाधीश्वर नियुक्त

प्रयागराज। अखिल भारतीय किन्नर अखाड़ा में लगातार हो रहे भेदभाव और अनियमितिता के चलते प्रयागराज में किन्नर अखाड़े में हुई दो फाड़ फाड़ के बाद किन्नर अखाड़े के कई किन्नरों ने महामंडलेश्वर कौशल्या नंद गिरी उर्फ़ टीना मां को सर्वसम्मति से नए किन्नर अखाड़ा का पीठाधीश्वर नियुक्त किया है।

सनातन किन्नर अखाड़ा के नाम से बने इस किन्नर अखाड़े की पीठाधीश्वर कौशल्या नंद गिरी उर्फ़ टीना मां को बनाया गया जबकि पूर्व के किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर भवानी मां इसकी संरक्षक बनी है। इस अवसर पर भव्य कार्यक्रम में जहां टीना मां का पट्टाबिषेक किया गया वहीं यज्ञ और हवन कर नए अखाड़े का उद्घोष किया गया।

इस अवसर पर प्रयागराज सहित उत्तर प्रदेश मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के कई किन्नर परिवारों के संरक्षक किन्नर गुरु मौजूद रहीं। उन्होंने साफ तौर से कहा कि इस अखाड़े का उद्देश्य सनातन सभ्यता से जुड़े कर्मकांड को करना है तथा ऐसे लोग जो किन्नर ना होते हुए भी पैसों के बल पर किन्नर अखाड़े को जॉइन कर उसको बदलाव करने में लगे हैं उनसे कितने समाज की रक्षा करना है।

गौरतलब है कि किन्नर अखाड़े की पीठाधीश्वर आचार्य लक्ष्मी नारायण द्वारा लगातार किन्नर समाज में एकाधिकार निर्णय लेने और ममता कुलकर्णी जैसे कलाकारों को किन्नर समाज से जोड़ने का काम किया गया। ममता कुलकर्णी के हाल के बयान पर काफी तीखी आलोचना भी हुई जिसमें ममता कुलकर्णी ने देशद्रोही दाऊद इब्राहिम के समर्थन में बात कही, जिसको लेकर किन्नर समाज और किन्नर अखाड़े के महामंडलेश्वरों के बीच काफी मतभेद देखने को मिले। सनातनी किन्नर अखाड़ा की स्थापना के बाद अब एक बार फिर किन्नर समाज एकजुट होता दिख रहा है।