मुंबई। हिंदी फिल्मों की प्रसिद्ध पार्श्व गायिका और अभिनेत्री सुलक्षणा पंडित का शुक्रवार को मुंबई में अंतिम संस्कार कर दिया गया। इस मौके पर परिवार के सदस्य और करीब लोग मौजूद थे। सुलक्षणा पंडित का गुरुवार शाम लंबी बीमारी के बाद 71 वर्ष की उम्र में निधन हो गया था।
सुलक्षणा पंडित 1970 और 1980 के दशक के आरंभ में लोकप्रिय गायिका एवं अभिनेत्री के रूप में अपनी पहचान बनायी और उन्होंने उस समय हिंदी फिल्में के बड़े सितारों जितेन्द्र, संजीव कुमार, राजेश खन्ना, विनोद खन्ना, शशि कपूर और शत्रुघ्न सिन्हा के साथ फिल्में की।
उन्होंने अपने अभिनय की शुरुआत 1975 की सस्पेंस-थ्रिलर फिल्म ‘उलझन’ में संजीव कुमार के साथ की और उन्होंने क्लासिक उपन्यास परिणीता पर आधारित अनिल गांगुली की फिल्म ‘संकोच’ (1976) में लोलिता की भूमिका के लिए प्रशंसा अर्जित की। उनकी फिल्मों में हेरा फेरी, अपनापन, खानदान, चेहरे पे चेहरा, धरम कांटा और वक्त की दीवार जैसे लोकप्रिय फिल्में शामिल हैं।
लोकप्रिय संगीतकार जतिन-ललित और गुजरे जमाने की अदाकारा विजयता पंडित की बहन दिवंगत सुलक्षणा पंडित ने बेकरार दिल तू गाए जा और “सोमवार को हम मिले मंगलवार को नैन” जैसे भावपूर्ण गीतों के साथ अपनी अलग पहचान बनाई और दोनों गाने महान गायक किशोर कुमार के साथ गाए गए थे।
उन्होंने महान गायक मोहम्मद रफी के साथ भी कई सदाबहार गाने दिए, जिनमें परदेसिया तेरे देश में, सोना रे तुझे कैसे मिलूं, ये प्यारा लागे तेरा चेहरा, जब आती होगी याद मेरी शामिल हैं। सुलक्षणा पंडित को 1976 में फिल्म संकल्प के गीत ‘तू ही सागर तू ही किनारा’ के लिए सर्वश्रेष्ठ महिला पार्श्व गायिका का फिल्मफेयर पुरस्कार प्रदान किया गया।



