सीहोर। मध्यप्रदेश के सीहोर जिला मुख्यालय के नजदीक वीआईटी विश्वविद्यालय में छात्रों के उग्र प्रदर्शन का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि यूनिवर्सिटी के इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग के प्रोफेसर संग्राम केसरी दास का शव बरामद होने से एक बार फिर सनसनी फैल गई।
प्रोफेसर का शव शाम को उनके किराए के कमरे में बरामद हुआ। मूल रूप से ओडिशा के रहने वाले दास सीहोर के निकट कोठरी स्थित वीआईटी यूनिवर्सिटी में पढ़ाते थे। मकान मालिक व पड़ोसियों को तब शक हुआ जब प्रोफेसर पूरा दिन बाहर नहीं निकले और दरवाज़ा खटखटाने पर कोई जवाब नहीं मिला।
पुलिस को सूचना दी गई और कमरे का दरवाज़ा खोलने पर प्रोफेसर शांत, निर्जीव अवस्था में मिले। पुलिस ने परिजन से संपर्क किया, जो ओडिशा से सीहोर के लिए रवाना हो गए। शुरुआती जांच में किसी मारपीट या चोट के निशान नहीं मिले, जिससे मृत्यु के कारणों पर और रहस्य गहरा गया है। पुलिस ने मर्ग कायम कर पोस्टमॉर्टम की तैयारी पूरी कर ली है।
कोतवाली टीआई रवीन्द्र यादव ने बताया कि जांच कई पहलुओं पर की जा रही है। प्रोफेसर की वास्तविक मौत कैसे हुई, और क्या यह किसी दबाव या तनाव से जुड़ी घटना है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से कई महत्वपूर्ण तथ्य सामने आने की उम्मीद है। फिलहाल पुलिस हर आशंका को ध्यान में रखते हुए गहन पड़ताल में जुटी है।
यह घटना ऐसे समय सामने आई है जब यूनिवर्सिटी पहले से भारी विवादों में घिरी हुई है। बीती रात हजारों छात्रों ने कैंपस में भारी तोड़फोड़ और आगजनी की। छात्रों का आरोप है कि हॉस्टल में मिलने वाला पानी और भोजन इतना खराब है कि दर्जनों विद्यार्थी पीलिया की चपेट में आ गए हैं। कुछ छात्रों ने तो यह भी दावा किया कि इस लापरवाही के कारण कई जानें जा चुकी हैं।
कैंपस का माहौल पिछले दो दिनों से लगातार तनावपूर्ण है। हंगामे और हिंसा के चलते कॉलेज प्रबंधन ने तुरंत 30 नवंबर तक अवकाश की घोषणा कर दी है। पूरा कैंपस फिलहाल पुलिस छावनी में बदल चुका है। बसों, एंबुलेंसों और हॉस्टल के कई हिस्सों में हुई तोड़फोड़ के बाद पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है। छात्रों ने हॉस्टल वार्डन, सुरक्षा गार्डों और प्रबंधन पर लापरवाही तथा उत्पीड़न के आरोप लगाए थे।



