केंद्रीय मंत्री पर टिप्पणी को लेकर भाजपा का राज ठाकरे पर जबानी हमला

मुंबई। भारतीय जनता पार्टी ने केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह के बयान पर टिप्पणी को लेकर बुधवार को महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे पर जमकर निशाना साधा।

गौरतलब है कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री जितेंद्र सिंह ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान बॉम्बे (आईआईटी-बॉम्बे) में सोमवार को एक कार्यक्रम में कहा था कि जहां तक आईआईटी बॉम्बे की बात है, भगवान का शुक्र है कि इसका नाम अभी भी यही है। आपने इसे बदलकर मुंबई नहीं किया है। यह आपकी एक और तारीफ है। इस टिप्पणी पर ठाकरे ने तीखा हमला बोलते हुए ‘एक्स’ पर सवाल किया कि कुछ सरकारी संस्थाओं में अभी भी ‘बॉम्बे’ नाम क्यों दिखाई देता है।

भाजपा के प्रदेश मीडिया समन्वयक नवनाथ बन ने इस पर तुरंत प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए श्री ठाकरे पर तथ्यों के बजाय निराधार आरोपों पर आधारित राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि बॉम्बे का नाम आधिकारिक तौर पर बदलकर मुंबई करने का ऐतिहासिक निर्णय महाराष्ट्र में शिवसेना-भाजपा गठबंधन सरकार द्वारा लिया गया था।

उन्होंने जोर दिया कि यह वरिष्ठ भाजपा नेता राम नाइक थे जिन्होंने केंद्र सरकार की मंजूरी हासिल की, जिससे ‘मुंबई’ नाम को पूरे देश में कानूनी रूप से मान्यता मिली। उन्होंने यह भी कहा कि श्री नाइक भारतीय संसद में ‘मुंबई’ नाम का इस्तेमाल करने वाले पहले व्यक्ति भी थे, जिससे राष्ट्रीय स्तर पर नए नाम की स्थापना हुई।

बन का कहना है कि ठाकरे अब इस राजनीतिक इतिहास को अपनी सुविधा के अनुसार भूल रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि ठाकरे का बदला हुआ लहजा उद्धव ठाकरे के साथ उनकी हालिया राजनीतिक निकटता से जुड़ा हुआ है।
भाजपा प्रवक्ता ने अपने बयान में कहा कि ऐसा लगता है कि राज ठाकरे अपने लंबे समय से चले आ रहे रुख को भूल रहे हैं क्योंकि वह उद्धव ठाकरे के साथ गठबंधन की तैयारी कर रहे हैं। उद्धवजी की तरह, वह भी एक राजनीतिक यू-टर्न लेने की कोशिश करते दिख रहे हैं। उन्होंने राज ठाकरे की आलोचना को तथ्यात्मक इतिहास के साथ जुड़ने के बजाय कहानी को बदलने का प्रयास बताया।

बन ने मुंबई में विकास परियोजनाओं के संदर्भ में राज ठाकरे द्वारा बार-बार गुजरात का उल्लेख किये जाने को भी खारिज कर दिया। उन्होंने दावा किया कि जहाँ केंद्र सरकार मुंबई और मुंबई महानगरीय क्षेत्र को बदलने के उद्देश्य से कई बड़े पैमाने पर बुनियादी ढाँचा पहल लागू कर रही है, वहीं कुछ नेता जानबूझकर नागरिकों के बीच अनावश्यक भय और भ्रम पैदा करने के लिए गुजरात का हवाला दे रहे हैं। उन्होंने इन प्रयासों को राजनीतिक लाभ के उद्देश्य से एक ‘जाली हौवा’ बनाने के रूप में वर्णित किया।

बन ने ऐसी राजनीति को ‘घिनौना’ बताते हुए कहा कि मुंबई और महाराष्ट्र के लोग चल रहे विकास से पूरी तरह अवगत हैं और उन्हें ‘भय-आधारित कहानियों’ से गुमराह नहीं किया जा सकता। उन्होंने विश्वास जताया कि मराठी मतदाता उन लोगों को खारिज कर देंगे जो अक्सर अपना राजनीतिक रुख बदलते हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को महाराष्ट्र को नंबर-एक राज्य बनने की दिशा में बढ़ाने का श्रेय देते हुए कहा कि मतदाता ऐसे लोगों का साथ देने के बजाय मुख्यमंत्री के पीछे एकजुट होंगे।