सॉल्ट लेक हिंसा के बाद लियोनल मैसी टूर प्रमोटर के घर पर एसआईटी की छापेमारी

कोलकाता। कोलकाता के सॉल्ट लेक स्टेडियम में 13 दिसंबर को मशहूर फुटबालर लियोनल मैसी के जीओएटी इंडिया टूर के दौरान हुई अभूतपूर्व हिंसा की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) ने शुक्रवार को मुख्य प्रमोटर सताद्रु दत्ता के हुगली जिले के रिषरा स्थित घर पर छापेमारी की।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि एसआईटी अधिकारियों ने दत्ता के घर पर सुबह 7:30 बजे से 11 बजे तक तीन घंटे से अधिक समय तक छापेमारी की और अर्जेंटीना के फुटबॉल दिग्गज के जीओएटी इंडिया टूर से जुड़े कई आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए तथा दत्ता के बैंक खातों का विवरण भी लिया। सूत्रों ने कहा कि एसआईटी टूर के कार्यक्रमों और सताद्रु दत्ता से जुड़े वित्तीय लेन-देन से संबंधित प्रमुख दस्तावेजों की जांच कर रही है।

हिंसा भड़कने के कुछ घंटे बाद दत्ता को शहर के हवाई अड्डे पर मैसी के निजी जेट से उतारकर गिरफ्तार किया गया था। मैसी अपने निजी सुरक्षा कर्मियों के साथ महज 15 मिनट ही स्टेडियम में रुके थे। दत्ता इस समय बिधाननगर कोर्ट के आदेश पर 15 दिनों की पुलिस हिरासत में हैं। इस बीच मैसी की सॉल्ट लेक स्टेडियम यात्रा के दौरान तोड़फोड़ और अशांति से जुड़े मामले में पुलिस ने अब तक नौ लोगों को गिरफ्तार किया है।

बिधाननगर दक्षिण पुलिस ने तीन और संदिग्धों को गिरफ्तार किया है इनमें दो लेक टाउन से और एक दक्षिण 24 परगना के घोला से गिरफ्तार किया गया है। इससे पहले, 13 दिसंबर को दंगा, हिंसा और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के लिए छह लोगों को गिरफ्तार किया गया था।

सूत्रों ने कहा कि एसआईटी सीसीटीवी फुटेज की जांच करके उपद्रवियों की पहचान कर रही है। जांचकर्ताओं ने अब तक लगभग 84 व्यक्तियों की पहचान की है, जिन्होंने मैसी और उनके दो साथियों को घेर लिया था, जिससे प्रशंसकों को मैसी को देखने का मौका भी नहीं मिल पाया था। मैसी की झलक पाने के लिये लोगों ने पन्द्रह हजार रुपये में टिकट खरीदे थे लेकिन मैसी को नहीं देखने से निराश दर्शकों ने अपनी भड़ास निकालने के लिए युवा भारती स्टेडियम के हरे मैदान पर पानी की बोतलें फेंकनी शुरू कर दीं।

एसआईटी के चार वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों ने पहले ही स्टेडियम का दौरा किया था। सुरक्षा निदेशक पीयूष पांडेय के नेतृत्व वाली चार सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) में पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) जावेद शमीम, पुलिस महानिदेशक (दक्षिण बंगाल) सुप्रतिम सरकार और बैरकपुर पुलिस आयुक्त मुरलीधर शामिल हैं। दल ने मैसी की यात्रा के दौरान स्टेडियम में हुयी घटनाओं से जुड़े मामलों की जांच अपने हाथ में ले ली है। इसके बाद से एसआईटी का विस्तार किया गया है, जिसमें जांच को मजबूत करने के लिए चार अतिरिक्त उप पुलिस अधीक्षक और इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारियों को शामिल किया गया है।

एक फोरेंसिक टीम ने भी अलग से स्टेडियम का दौरा किया और टूटी कुर्सियों, पानी की बोतलों, कोल्ड ड्रिंक की बोतलों, टूटे गेटों और मैदान पर बिखरे कांच के टुकड़ों के नमूने एकत्र किए। अधिकारियों ने घटनास्थल की तस्वीरें लीं और वीडियो रिकॉर्ड किए।