महिलाओं का एक पल का इशारा, क्या पुरोहित से करेंगी किनारा !

सिरोही में दलपत पुरोहित के सम्मान कार्यक्रम कमल के फूल से उन्हें जिताने का पूछने पर उठे हाथ।
सिरोही में दलपत पुरोहित के सम्मान कार्यक्रम कमल के फूल से उन्हें जिताने का पूछने पर उठे हाथ।

सबगुरु न्यूज-सिरोही। गोसेवा और हिन्दुत्व की गाड़ी पर सवार होकर सिरोही विधानसभा में लॉन्चिंग की तैयारी में लगे भाजपा के दावेदार दलपत पुरोहित का कथित रूप से आज महिलाओं ने सम्मान किया। यहां करीब पांच सौ के आसपास महिलाएं होंगी।
इस दौरान सुरेश सगरवंशी ने कहा कि हम चाहते हैं कि ये फूलों की माला ही नहीं दलपत पुरोहित फूल (उनका इशारा विधानसभा चुनावों में भाजपा के सिंबल से था) लेकर भी आएं। उन्होंने कहा कि वो फूल लेकर आएं तो उस फूल को फिर जिताओगे या नहीं जिताओगे। इस बात को तीन बार दोहराया सिर्फ इतनी महिलाओं में सिर्फ आधा-एक दर्जन महिलाओं ने हाथ उठाया। बाद में उन्होंने कहा कि जो जिताएगा वो हाथ उठाए तब जाकर सब महिलाओं ने पूर्व की तरह यंत्रवत हाथ उठाए। महिलाओ के दो तीन बार में सहमति नहीं जताना कहीं इस बात की तरफ इशारा तो नहीं कि वो विधानसभा चुनावों में क्या करने वाली हैं।
-तीर्थयात्रा के रजिस्ट्रेशन के लिए उमड़ी भीड़
सिंधी धर्मशाला में महिलाओं को निशुल्क तीर्थयात्रा करवाने पर यात्रा में गईं महिलाओं के द्वारा उनका अभिनन्दन किया जाना था। लेकिन, जब कार्यक्रम सम्पन्न हुआ तो लाइन में लगी महिलाओं ने बताया कि वो अगली यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन करवाने आई हैं। यहां मजमा लगाई महिलाएं निशुल्क यात्रा में जाने के लिए अपना नामांकन करवाने के लिए आई थी। इनके नाम और संपर्क को नोट कर लिया गया।
-पिछले चुनावों में ऐसे ही चमके थे तेजराज सोलंकी
जो स्थिति इस बार दलपत पुरोहित की है वो स्थिति पिछले चुनावों में तेजराज सोलंकी की थी। युवा उद्यमी, पशुप्रेमी, गरीब हितकारी के स्लोगन के साथ 2018 के चुनावों से पहले तेजराज सोलंकी ने भी खूब खर्च किया। निर्दलीय चुनाव लड़ लिए। उन्हें कुल 1966 वोट मिले। उसके बाद भाजपा में शामिल हुए। दो-तीन बार होर्डिंगो में नजर आए। अब गायब हैं। सबसे महत्वपूर्ण बात सिरोही शहर और सिरोही ग्रामीण में जिन इलाकों में उनकी गतिविधि सबसे ज्यादा रही वहां से भी वो वोट नहीं बटोर पाए।