डीएलबी निदेशक जहां के प्रभारी सचिव, वहीं की आबूरोड नगर पालिका पर गंभीर आरोप

आबूरोड नगर पालिका

सबगुरु न्यूज- आबूरोड। घर घर तिरंगा अभियान से राष्ट्रवादी प्रयास करने वाले संगठन भाजपा के बोर्ड पर स्वतंत्रता दिवस से पूर्व कांग्रेस के पार्षद ने गंभीर आरोप लगाए हैं। ये आरोप सही हैं तो उग्र पालिका प्रशासन सीधे तौर पर डीएलबी डायरेक्टर और जिले के प्रभारी सचिव इंद्रजीत सिंह की मॉनिटरिंग तथा मुख्यमंत्री के जीरो टॉलरेंस फॉर करप्शन के दावे को चुनौती देते नजर आ रहा हैं।
नगर पालिका आबूरोड के कांग्रेस पार्षद शमशाद अली अब्बासी ने विज्ञप्ति जारी रखे आबूरोड नगर पालिका पर गंभीर आरोप लगाए हैं। विज्ञप्ति में आरोप लगाया है कि जून में मानसून के आगमन के बाद निविदा प्रक्रिया की गई गुपचुप तरीके से टेंडर किए गए। सीमेन आरोप लगाया गया है कि सामान्य तौर पर सफाई श्रमिक की दर 200 – 250 रुपए प्रतिदिन है। लेकिन टेंडर में यही दर लगभग 1000 रुपये प्रति श्रमिक प्रतिदिन प्राप्त हुई। इसमें आरोप लगाया है कि नगर पालिका के द्वारा 850 रुपए प्रति घंटे की दर पर पहले से ही जेसीबी का ठेका किया हुआ है, लेकिन नालों की सफाई के लिए 1500 रुपए प्रति घंटे की दर जेसीबी लगाई थी।

शमशाद अली ने आरोप लगाया कि ठेकेदार ने तेजी से काम किया और नगर पालिका ने भी तेजी से इसका भुगतान कर दिया। पार्षद ने नगर पालिका की कार्यप्रणाली पर चुटकी लेते हुए कहा कि जहां हर साल नगर पालिका परिषद आबूरोड से हर साल ये काम 10- 15 लाख में के लेती थी वहीं इस बार जनता के हित को देखते हुए 50 लाख रुपए अतिरिक्त खर्च करने में गुरेज नहीं किया।
नगर पालिका पार्षद शमशाद अली अब्बासी ने बताया कि उन्होंने इस संबंध में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा एवं प्रदेश के स्वायत्त शासन मंत्री झाबर सिंह खर्रा को पत्र लिखकर मांग की है कि एक टीम बनाकर नगर पालिका क्षेत्र आबूरोड में बिजली की गति से हुए नालों की सफाई को मॉडल बनाते हुए इस मॉडल को पूरे राजस्थान में लागू करने की मांग की है। इतना ही नहीं इस अभूतपूर्व काम के लिए आबूरोड नगर पालिका को 15 अगस्त पर प्रदेश स्तर पर सम्मानित करने की भी मांग की है।