हेमू कालाणी के 80वें बलिदान दिवस पर देश भक्ति के कार्यक्रम

अजमेर। देश को स्वतंत्रता दिलाने के लिए वीर महापुरूषों ने बलिदान दिया है और आज हम उन्हें श्रद्धांजलि देकर याद कर रहे हैं। हेमू कालाणी के बलिदान को देशष सदैव याद रखेगा। यह बात भारतीय सिन्धु सभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष महेन्द्र कुमार तीर्थाणी ने हेमू कालाणी के 80वें बलिदान दिवस पर हेमू कालाणी चौक पर आयोजित देश भक्ति व श्रद्धांजलि कार्यक्रम में कही।

इस अवसर पर क्रांतिकारी रास बिहारी बॉस को भी श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए उन्होंने कहा कि आज सभा की ओर से देशभर में आयोजित कार्यक्रमों में सामाजिक, धार्मिक व शैषैक्षणिक संगठनों के सहयोग से देषभक्ति के कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।

तीर्थाणी ने कहा कि अजमेर विकास प्राधिकरण द्वारा प्रस्तावित हेमू कालाणी आवासीय योजना को शीघ्र विकसित किया जाना चाहिए ताकि आमजन लाभांवित हो सके। सभा की ओर से जल्द ही एक शिष्टमण्डल मुख्यमंत्री से मिलेगा तथा योजना को शीघ्र लागू करने की मांग करेगा।

प्रदेश मंत्री (युवा) मनीष गुवालाणी ने बताया कि आज राज्यभर की सभी ईकाईयों में युवा कार्यकर्ताओं के साथ शिषिक्षाविद्, साहित्यकार, पत्रकार व पंचायतों के साथ हेमू कालाणी के बलिदान दिवस के कार्यक्रम प्रभात फेरियां, संगोष्ठियां, शिविर व देशषभक्ति गायन के कार्यक्रम आयोजित किएये गए।

रंगभरो प्रतियोगिता का आयोजन

महानगर मंत्री महेष टेकचंदाणी ने बताया कि हेमू कालाणी के जीवन परिचय का फोल्डर, बैनर व ड्रांईग शीटों का प्रदेश की ओर से प्रकाशन करवाकर आयोजन किया गया। अजमेर शहर में अलग अलग केन्द्रों पर 350 विद्यार्थियों ने प्रतियोगिता में भाग लिया।

अध्यक्ष नरेंद्र बसराणी ने स्वागत भाषण व जिला मंत्री रमेश वलीरामाणी ने आभार प्रकट किया। संगठन मंत्री मोहन कोटवाणी व केजे ज्ञानी ने देशभक्ति गीत प्रस्तुत किए। जब तक सूरज चांद रहेगा हेमू तेरा नाम रहेगा, हेमू कालाणी अमर रहे, हेमू तेरा यह बलिदान याद करेगा हिन्दुस्तान, भारत माता की जय जैसे गगनभेदी नारों से माहौल गुजांयमान कर दिया।

संभाग प्रभारी मोहन तुलसियाणी ने कहा कि 22 जनवरी को अयोध्या में होने वाले राम मन्दिर लोकार्पण के भव्य समारोह के अवसर पर हम अपने घरों की सजावट करें। पूजन कर प्रसाद वितरण करें तथा नजदीक के मन्दिर में सपरिवार अवश्य उपस्थित रहें।

कार्यक्रम में कैलाश लखवाणी, कमलेश शर्मा, किशन केवलाणी, महानगर अध्यक्ष (महिला) रूकमणी वतवाणी, घनश्याम ठारवाणी भगत, जयकिशन लख्याणी, हरकिशषन टेकचंदाणी, किशन केवलाणी, नरेन्द्र सोनी, पुरूषोतम देवनाणी, कौषल्या सावलाणी, हरी चांदवाणी, प्रदीप हीरानॅदाणी सहित कार्यकर्ता उपस्थित थे।