अमरोहा। उत्तर प्रदेश के अमरोहा में पिज्जा, बर्गर और चाऊमिन खाने के बाद 11वीं की छात्रा अहाना की मौत के बाद इसी तरह कथित तौर पर जंक फ़ूड के इस्तेमाल से एक ओर छात्रा की इलाज के दौरान मौत हो गई।
उल्लेखनीय है कि नौ दिन पहले अमरोहा सदर निवासी 11वीं की छात्रा अहाना की आंतें गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त होने से दिल्ली एम्स में इलाज के दौरान मौत हो गई थी। चिकित्सकों ने फास्ट-फूड को मौत की वजह बताया था।
इसी तरह अमरोहा जिले के मंडी धनौरा थाना क्षेत्र के बदायूं-देहरादून स्टेट हाईवे-51 स्थित गांव चुचैला कलां निवासी किसान नदीम अहमद की 18 वर्षीया बेटी इलमा की दिल्ली के राममनोहर लोहिया (आरएमएल) में इलाज के दौरान सोमवार को मौत हो गई।
मृतका के परिजनों ने मंगलवार को बताया कि मंडी धनौरा थाना क्षेत्र गांव चुचैला कलां निवासी किसान नदीम अहमद की 18 वर्षीया बेटी इलमा मंडी धनौरा के निजी स्कूल में 12वीं की कुशाग्र बुद्धि छात्रा थी। वह पढ़ाई के साथ साथ नीट आदि उच्च प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रही थी।
परिजनों ने बताया कि लगभग एक महीने पूर्व अचानक इलमा की तबीयत बिगड़ गई थी। तुरंत स्थानीय चिकित्सकों को दिखाया मगर इलाज के बावजूद स्थिति में सुधार नहीं हुआ तो छात्रा को नोएडा के निजी अस्पताल में भर्ती कराया था।
चिकित्सकों द्वारा जांच रिपोर्ट का अवलोकन करने के बाद मस्तिष्क में गांठें होना बताया गया था। चिकित्सकों ने बताया कि बर्गर आदि फास्ट फूड में इस्तेमाल की गई पत्ता गोभी की पत्तियों में मौजूद कीड़े और उनके अंडे दिमाग तक पहुंचने से गांठें पड़ जाती हैं। उसके बाद हालत में सुधार नहीं होने पर बीती 22 दिसंबर को परिजन उसे दिल्ली के राममनोहर लोहिया अस्पताल ले गए, जहां मस्तिष्क की शल्यक्रिया की गई। स्वास्थ्य फिर भी बिगड़ता गया जिससे इलमा की मौत हो गई।
परिजनों ने बताया कि इलमा नदीम को फास्ट-फूड का शौक था। इससे पहले अमरोहा निवासी 11वीं की कक्षा छात्रा अहाना(16) की भी लगातार फास्ट-फूड खाने से इसी तरह मौत हो चुकी है। पिज्जा बर्गर चाऊमिन और मैगी नूडल्स आदि खाने की वजह सामने आने के बाद जिले की दो होनहार छात्राओं की असामायिक मृत्यु ने समाज को झकझोर कर रख दिया है।



