पेपरलीक : CBI जांच की मांग को लेकर किरोड़ी लाल मीणा का धरना 8वें दिन भी जारी

जयपुर। राजस्थान में बहुचर्चित पेपरलीक मामले की सीबीआई से जांच कराए जाने की मांग को लेकर भारतीय जनता पार्टी के सांसद डा किरोड़ी लाल मीणा का धरना आज 8वें दिन भी जारी रहा वहीं इसमें भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डा सतीश पूनियां आज शामिल हुए।

इस मौके पर डा पूनियां ने आरोप लगाते हुए कहा कि राजीव गांधी स्टडी सर्किल से जुड़े लोगों का पेपर लीक में सीधा हाथ है, जिसमें प्रमुख पदों पर सोनिया गांधी और अशोक गहलोत जैसे कांग्रेस के प्रमुख लोग बैठे हुए हैं, जिससे स्पष्ट है कि सीबीआई जांच देने से कांग्रेस सरकार में बैठे लोग जेल में होंगे, इसलिए मुख्यमंत्री सीबीआई से जांच करवाने से डर रहे हैं। यह पूरे तरीके से सुनियोजित षड़यंत्र है।

डा पूनियां ने उत्तरप्रदेश का उदाहरण देते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में योगी सरकार ने कड़ी कार्रवाई कर पेपर लीक माफियाओं को जेलों में डाला, बुलडोजर चलाकर उनकी संपत्ति जब्त की। उन्होंने कहा कि राजस्थान में भाजपा की सरकार बनने पर युवाओं से वादा करते हैं कि सभी परीक्षायें समय पर होंगी और पेपरलीक करने की कोई हिम्मत नहीं कर पायेगा, सख्त कानून बनायेंगे और बुलडोजर भी चलाना पड़े तो पीछे नहीं हटेंगे।

उन्होंने कहा कि गहलोत सरकार को आज नहीं तो कल, परसों सुनना ही पड़ेगा, लोकतंत्र में अनसुनी नहीं कर सकते, यह अलग बात है कि कांग्रेस की मौजूदा सरकार है वो इतनी हठधर्मी है कि उसने खुद ने वर्ष 2018 के जनघोषणा पत्र में इसका भरोसा दिलाया था कि उनके नेता राहुल गांधी ने पब्लिक मीटिंग में कहा था, खासतौर पर किसानों और नौजवानों के लिए, किसानों के लिये सम्पूर्ण कर्जामाफी की बात की थी, बेरोजगारों के लिए रोजगार बात की थी, बेरोजगारी भत्ते की बात की थी, लेकिन एक भी वादा पूरा नहीं किया।

उन्होंने कहा कि देश के इतिहास में राजस्थान में 16 बार पेपर लीक होना और शर्मनाक तो यह है कि राजस्थान के मुख्यमंत्री सदन में दूसरे प्रदेशों का हवाला देकर इसमें लीपापोती करने की कोशिश करते हैं, उनसे जवाब नहीं बन रहा था और लगातार पेपर लीक के मसले में भाजपा एवं पार्टी के तमाम जनप्रतिनिधियों ने अनेक अवसरों पर पार्टी के युवा मोर्चा ने, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने सड़क से लेकर कोर्ट तक लड़ाई लड़ी है और पार्टी ने सड़क से लेकर सदन तक मजबूती से लड़ाई लड़ी है।

उन्होंने कहा कि लेकिन ऐसा लगता नहीं है कि कांग्रेस सरकार की मंशा है कि निष्पक्ष एवं सक्षम एजेंसी से जांच करवाएं और रोजगार एवं किसान कर्जामाफी की मांग को लेकर अब शीशे की तरह नकाब उतर गया है, राजस्थान का नौजवान इस वर्ष कांग्रेस का राजस्थान से सूपड़ा साफ करके जवाब मांगेगा। उन्होंने कहा कि पेपर लीक मामलों की सीबीआई जांच की मांग को लेकर सदन में आज फिर से हम स्थगन लगाए थे, सदन में भी हम इस मुददे को जिंदा रखेंगे और धरातल पर भी हमने पार्टी व युवा मोर्चा को कहा है कि सभी जिलों में भी वहां के नौजवानों को संगठित करके और बड़ी संख्या में वहां अपना विरोध प्रदर्शन करें।

डा पूनियां ने कहा कि जागरूक जनप्रतिनिधि के नाते डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने, क्योंकि बहुत अरसे से राजस्थान के पूर्वी हिस्सों का प्रतिनिधित्व करते है, बहुत संख्या में नौजवान इनके पास आते हैं तो एक पहल इन्होंने की है और लगता है कि जब कोई आंदोलन खड़ा होता है वो ना तो एक दिन में शुरू होता है ना खत्म होता है, आंदोलन की और मुद्दों को मुखरता से उठाने की धरातल पर जो आवाज जाती है वह और मुखर होगी और परिणाम लेकर आएगी, यह जो संघर्ष है व्यर्थ नहीं जाएगा।

उन्होंने कहा कि पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने सार्वजनिक तौर पर बयान दिया था कि तिजोरी के ताले टूटकर पेपर कैसे बाहर आया, यह कौनसा जादू है, इस बात का जवाब अशोक गहलोत को देना चाहिए। उन्होंने कहा कि पेपर लीक मामले में जयपुर में लीपापोती करने के लिए मकान मालिक की बिल्डिंग को गिरा दिया गया लेकिन पेपर लीक में शामिल माफियाओं के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई।