अजमेर। धर्म एवं अध्यात्म की नगरी अजमेर में कथा-कीर्तन-अनुष्ठान व वृहद मेलों के लिए स्थान की अनुपलब्धता से शहर के सभी धर्मप्रेमी श्रद्धालु आहत है। इसके लिए शहर की सभी प्रमुख संस्थाओं ने बुधवार को संयुक्त रूप से कलक्टर को ज्ञापन सौंपाकर उपयुक्त स्थान उपलब्ध कराने की मांग की।
भी संस्थाओं के प्रतिनिधि सुबह 11 बजे संन्यास आश्रम के अधिष्ठाता स्वामी शिव ज्योतिषानन्द महाराज के नेतृत्व में कलेक्ट्रेट पहुंचे तथा इस संबंध में कलक्टर को ज्ञापन सौंपकर शीघ्र कार्यवाही की मांग की।
ज्ञापन देने वालों में अंतर्राष्ट्रीय वैश्य महासम्मेलन से रमेश तापडिय़ा, श्री श्याम प्रेम मण्डल से शैलेन्द्र अग्रवाल, लोक पर्व एवं संस्कृति सागर से उमेश गर्ग, तुलसी सेवा समिति से किशनचन्द्र बंसल, श्री सर्वेश्वर संकीर्तन मण्डल से अशोक तोषनीवाल, राधे-राधे ग्रुप से पवन मिश्रा, प्रभात फेरी परिवार से आलोक माहेश्वरी, तुलसी जयन्ती समारोह समिति से अशोक टांक, प्रदीप बंसल, सिन्धु सभा से नरेन्द्र बसरानी, सिन्धु समिति से जयकिशन लख्यानी, केशव माधव परमार्थ मण्डल से मयंक दाधीच विमल, झरनेश्वर सेवा समिति से अंकुर मित्तल, बालाजी सेवा समिति से नरेन्द्र तुनवाल, उमेश टांक, अपना घर आश्रम से विष्णु प्रकाश गर्ग, सिन्धु सभा से हरिकिशन टेकचंदानी, मेवालाल जादम सहित भारी संख्या में श्रद्धालू उपस्थित रहे।
उमेश गर्ग ने बताया कि धर्म, अध्यात्म, कथा, भागवत के लिए उपलब्ध स्थानों को अन्य योजनाओं में काम लेना और जनजागरण के इन कार्यक्रमों को इधर-उधर भटकने के लिए छोड़ देना रसिक श्रद्धालुओं के साथ अन्याय है। इन आयोजनों में अधिकांश महिला एवं वरिष्ठजन भाग लेते है और वह दूर-दराज स्थानों पर आने-जाने में असमर्थ है।
इसी प्रकार शहर से अखाड़ें हटा दिए गए, उनका स्थान अस्पतालों ने ले लिया और संस्कार निर्माण में कथा-भागवत धर्म चर्चा के स्थान बंद होने से आगामी पीढ़ी को संस्कार देना असंभव हो जाएगा।