विधवा को परेशान करने के आरोप में बैंगलोर विश्वविद्यालय का पूर्व रजिस्ट्रार अरेस्ट

बेंगलूरु। कर्नाटक पुलिस ने एक विधवा का यौन उत्पीड़न करने और धमकी देने के आरोप में बैंगलोर विश्वविद्यालय के पूर्व रजिस्ट्रार प्रोफेसर बीसी मायलारप्पा को गिरफ्तार कर लिया है।

बसवेश्वरनगर पुलिस ने बताया कि अपने पति को खो चुकी महिला मायलारप्पा के संपर्क में 2022 में उनके संस्थान में काम करते हुए आई थी। उसने आरोप लगाया कि आरोपी ने उसकी नाज़ुक स्थिति का फायदा उठाया। उसे अनुचित संदेश भेजे और रिश्ते को आगे बढ़ाने में उससे सहयोग की मांग की।

पीड़िता ने आगे बताया कि मायलारप्पा उसके घर पहुंच जाता था। उसने लगातार उत्पीड़न से परेशान होकर बसवेश्वरनगर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। उसने जांच के दौरान कामाक्षीपाल्या पुलिस स्टेशन में एक और शिकायत दर्ज कराई, जिसमें आरोप लगाया गया कि उसे मामला वापस लेने के लिए धमकाया जा रहा है।

उसने दावा किया कि कुछ लोगों ने उसे चेतावनी दी थी कि अगर उसने इनकार किया तो उसकी जान को खतरा हो सकता है और यहां तक कि उस पर तेजाब से हमला करने की भी धमकी दी थी।

पुलिस ने दूसरी शिकायत पर कार्रवाई करते हुए और आरोपों की गंभीरता को देखते हुए माइलरप्पा को गिरफ्तार कर लिया। उन पर भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 74, 75, 78, 352 और 351 के तहत मामला दर्ज किया गया है। उन्हें मेडिकल जांच के लिए ले जाया गया और शुक्रवार की शाम अदालत में पेश किए जाने की उम्मीद है।

प्रोफेसर माइलरप्पा कर्नाटक के शैक्षणिक जगत में एक विवादास्पद व्यक्ति रहे हैं। उन्हें इससे पहले 2012 में कर्नाटक उच्च न्यायालय ने साहित्यिक चोरी और वित्तीय अनियमितताओं के आरोपों के चलते बैंगलोर विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार के पद से हटा दिया था। वर्ष 2019 में राज्य के निर्देशों ने दूरस्थ शिक्षा निदेशक और समाजशास्त्र विभाग के प्रमुख सहित वरिष्ठ शैक्षणिक पदों पर उनकी योग्यता पर भी सवाल उठाया।

माइलरप्पा अपनी बर्खास्तगी के बावजूद शैक्षणिक और राजनीतिक हलकों में सक्रिय रहे और उन्होंने अतीत में विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए कांग्रेस या जद(एस) से टिकट मांगा था। पुलिस ने कहा कि जांच जारी है।