चेन्नई में पुझल सेंट्रल जेल की महिला कैदी चलाएंगी पेट्रोल पंप

फ्रीडम फिलिंग स्टेशन का उद्घाटन

चेन्नई। कैदियों के सुधार और पुनर्वास के उद्देश्य से एक अग्रणी पहल के तहत यहां के पुझल सेंट्रल जेल की महिला कैदियों द्वारा संचालित देश का पहले खुदरा पेट्रोल आउटलेट ‘फ्रीडम फिलिंग स्टेशन’ का उद्घाटन किया गया।

तमिलनाडु के कानून और जेल मंत्री एस रघुपति ने महिलाओं के लिए विशेष जेल के पास पुझल में ‘फ्रीडम फिलिंग स्टेशन’ का उद्घाटन किया। यह कैदियों द्वारा चलाया जाने वाला छठा और महिला कैदियों द्वारा चलाया जाने वाला पहला पेट्रोल रिटेल आउटलेट है। कैदियों के सुधार और पुनर्वास के लिए जेल और सुधार सेवा विभाग की पहल के हिस्से के रूप में, शिक्षा, कौशल विकास और व्यावसायिक प्रशिक्षण लागू किया गया है।

रघुपति ने कहा कि देश में पहली बार इस खुदरा पेट्रोल आउटलेट का प्रबंधन पूरी तरह से महिला कैदियों द्वारा किया जाएगा। इस आउटलेट में लगभग 30 महिला कैदियों को दिन की पाली में और लगभग 17 पुरुष कैदियों को रात की पाली में नियोजित किया जाएगा। प्रत्येक कैदी को मासिक वेतन के रूप में छह हजार रुपये दिए जाएंगे।

पुलिस महानिदेशक, कारागार एवं सुधार सेवाएं अमरेश पुजारी ने कहा कि इस पहल के माध्यम से महिला कैदियों को नए कौशल सीखने और कार्य अनुभव प्राप्त करने का अवसर मिलता है, जो उन्हें रोजगार खोजने में मदद कर सकता है।

उन्होंने कहा कि उनकी रिहाई के बाद यह पहल कैदियों को बाहरी दुनिया के सामने लाएगी और उन्हें ग्राहकों तथा समाज के साथ बातचीत करने में मदद करेगी, जिससे उनके सामाजिक कौशल में सुधार हो सकता है और उनका अलगाव कम हो सकता है।

कैदियों द्वारा संचालित पांच पेट्रोल खुदरा दुकानें पुझल, वेल्लोर, कोयंबटूर, पलायमकोट्टई और बोरस्टल स्कूल पुदुक्कोट्टई में केंद्रीय कारागार के परिसर में फ्रीडम फिलिंग स्टेशन के नाम से काम कर रही हैं। नया आउटलेट राज्य में छठा आउटलेट है जो महिला कैदियों द्वारा संचालित किया जा रहा है। राज्य में पांच और जल्द ही चालू हो जाएंगे।

डीआईजी जेल ए मुरुगेसन ने बताया कि इस साल 31 मार्च तक की अवधि के लिए सभी फ्रीडम पेट्रोल रिटेल आउटलेट्स में बिक्री, अर्जित शुद्ध लाभ और कैदियों को भुगतान की गई मजदूरी की कुल राशि क्रमशः 847.31 करोड़ रुपए, 23.94 करोड़ रुपए और 2.37 करोड़ रुपए थी।