नवरात्रि से देश में जीएसटी सुधार का नया दौर शुरू होगा : मोदी

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि कल से पहले नवरात्रि की शुरूआत के बाद देश में जीएसटी सुधार का नया दौर शुरू हो जाएगा और इससे करोड़ों लोगों की बचत बढेगी जिससे वे अपनी पसंद की वस्तुएं खरीद सकेंगे।

मोदी ने रविवार को राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में कहा कि सोमवार से आम लोगों को फायदा होगा और जीएसटी दरों में कमी से कारोबार करने में आसानी होगी और विकास की इस दौड में देश का हर राज्य भागीदार बनेगा। उन्होंने कहा कि जीएसटी दरों में सुधार का फायदा गरीब और मध्यम वर्ग को मिलेगा और यह आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक नया कदम है।

उन्होंने कहा कि जीएसटी सुधार अगली पीढ़ी के सुधार हैं जिन्हें देश की जरूरतों के हिसाब से बनाया गया है। ये सुधार देश के विकास की कहानी को गति देंगे, व्यापार को आसान बनाएंगे। हम नागरिक देवो भवः के मंत्र से आगे बढ़ रहे हैं उसकी साफ़ झलक इन जीएसटी सुधारों में दिख रही है।

उन्होंने कहा कि यह समय आत्मनिर्भरता की तरफ कदम बढ़ाने की तरफ है। उन्होंने कहा कि देश को मध्यम, लघु और लघु क्षेत्र (एसएमई) से बहुत ज्यादा उम्मीद है। भारत में निर्मित सामानों से अपने गौरव को वापस पाना है। मोदी ने कहा कि हमें स्वदेशी वस्तुएं खरीदने पर जोर देना चाहिए और जिन चीजों को बनाने में हमारे देश का पसीना लगा हो, हमें उन्हीं को खरीदना चाहिए। उन्होंने कहा कि अब 99 प्रतिशत वस्तुयें पांच प्रतिशत जीएसटी कर के दायरे में आएंगी जिससे लोगों को काफी राहत मिलेगी।

स्वदेशी के मंत्र को बनाना होगा आत्मनिर्भर भारत का आधार

प्रधानमंत्री मोदी ने देशवासियों से स्वदेशी के मंत्र को आत्मनिर्भर भारत का आधार बनाने का आह्वान करते हुए कहा है कि सभी लोगों को फिर से देश की मजबूती के लिए स्वदेशी वस्तुओं को अपनाना चाहिए।

मोदी ने कहा कि हर घर को ‘मेड इन इंडिया’ के गौरव का प्रतीक बनना चाहिए और स्वदेश में निर्मित वस्तुओं को हमारे स्वभाव का हिस्सा बनाया जाना चाहिए। उन्होंने जीएसटी दरों में कमी, नियमों तथा प्रक्रियाओं के सरलीकरण को सरकार का इस दिशा में उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम बताया।

प्रधानमंत्री ने कहा कि इससे भारत का स्वर्णिम युग लौट आएगा जिससे देश के विकास को गति मिलेगी तथा विश्व मंच पर भारतीय वस्तुओं को नई पहचान मिल सकेगी।

मोदी ने सूक्ष्म, लघु, और मध्यम उद्योगों(एमएसएमई) तथा घरेलू उद्योगों को देश के आर्थिक विकास के लिए महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि कुटीर उद्योगों के मजबूत होने से स्वदेशीकरण और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में बहुत लाभ होगा। जीएसटी की नई दरों से कुटीर उद्योगों को बहुत बड़ा फायदा होने वाला है, इससे उनकी बिक्री बढ़ेगी, उन्हें कम टैक्स देना पड़ेगा और उन्हें दोहरा लाभ होगा।

प्रधानमंत्री ने आत्मनिर्भर भारत के लिए सभी राज्यों से आह्वान करते हुए कहा कि आज मैं सभी राज्य सरकारों से अपील करता हूं कि आत्मनिर्भर भारत अभियान और स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के साथ-साथ, आप अपने राज्यों में पूरी ऊर्जा और उत्साह के साथ विनिर्माण को गति दें और निवेश के लिए अनुकूल वातावरण बनाएं। आज जाने-अनजाने में, कई विदेशी उत्पाद हमारे दैनिक जीवन का हिस्सा बन गए हैं। हमें ऐसे उत्पाद खरीदने चाहिए जो मेड इन इंडिया हों, हमारे देश के युवाओं की मेहनत से बने हों—ऐसे उत्पाद जिनमें हमारे बेटे-बेटियों का पसीना लगा हो।

उन्होंने कहा कि विकसित भारत के लक्ष्य तक पहुंचने के लिए आत्मनिर्भरता के पथ पर चलने की ज़रूरत है और देश को आत्मनिर्भर बनाने की एक बहुत बड़ी ज़िम्मेदारी हमारे एमएसएमई पर भी है। देश के लोगों को जो चाहिए, जो हम अपने देश में बना सकते हैं, वो हमें यहीं देश में बनाने चाहिए। जीएसटी दरों में कमी और नियमों तथा प्रक्रियाओं के सरलीकरण से एमएसएमई, लघु उद्योगों और कुटीर उद्योगों पर असाधारण असर होने वाला है और उन्हें इसका कई तरह से लाभ मिलेगा।

प्रधानमंत्री ने स्वदेशी को विकास के लिए एक मंत्र बताया और कहा कि जिस तरह स्वदेशी के मंत्र से देश की आज़ादी को बल मिला उसी तरह अब इससे देश की समृद्धि को भी बल मिलेगा।