अजमेर। पुष्कर स्थित श्री शान्तानन्द उदासीन आश्रम में गुरुवार को गुरु पूर्णिमा महोत्सव श्रद्धा, भक्ति एवं उत्साह के साथ मनाया गया।
इस अवसर पर महंत राममुनी ने कहा कि यह पर्व हमें याद दिलाता है कि जीवन में आध्यात्मिक मार्गदर्शन कितना आवश्यक है। हमें अपने आचरण से गुरु की शिक्षाओं को जीवन में उतारना चाहिए।
महंत हनुमानराम ने कहा कि गुरु पूर्णिमा आत्मचिंतन, आत्मसाक्षात्कार और गुरु के प्रति समर्पण का पर्व है। गुरु ही वह दीपक है जो अज्ञान रूपी अंधकार को मिटाकर हमें सत्य की ओर ले जाता है।
सचिव कंवल प्रकाश किशनानी ने बताया कि आश्रम परिसर में कार्यक्रम का शुभारंभ शिवरूद्ध अभिषेक हवन एवं यज्ञ से हुआ। श्री शान्तानन्द जी महाराज एवं स्वामी हिरदाराम साहिब की चरण पादुका तथा समाधि का विधिवत पूजन किया गया।
देशभर से पधारे सैकड़ों श्रद्धालुओं ने आयोजन में भाग लिया। दिनभर श्रद्धालुजन आश्रम में सत्संग, भजन, कीर्तन एवं गुरु चरणों में वंदन करते रहे। भक्तों व अनुयायियों के लिए भंडारे की भी व्यवस्था की गई।
मंत्री सुरेश सिंह रावत ने भेंट किया मुख्यमंत्री का संदेश
गुरू पूर्णिमा के पावन अवसर पर आश्रम के महंत हनुमाराम का केबिनेट मंत्री सुरेश सिंह रावत ने मुख्यमंत्री के संदेश और सम्मान के रूप में शॉल, नगदी और ड्राईफ्रूट भेंट किया। इस अवसर सभापति कमल पाठक, पुष्कर भाटी, अरूण वैष्णव एवं पदाधिकारी मौजूद रहे।