अमरीका में मानव तस्करी मामले में भारतीय मूल के एक व्यक्ति को जेल की सजा

मिनिसोटा। अमरीका के मिनिसोटा में अंतरराष्ट्रीय मानव तस्करी में शामिल भारतीय मूल एक व्यक्ति समेत दो लोगों को स्थानीय अदालत ने कठोर कारावास की सज़ा सुनाई है। इस मामले में भारतीय मूल के ही एक ही परिवार के चार लोगों की मौत हो गई थी जिसमे तीन साल और 11 साल के दो बच्चे भी शामिल थे।

मिनिसोटा की कार्यवाहक अमरीकी अटार्नी लिजा डी किर्कपैट्रिक ने आज भारतीय मूल के हर्षकुमार रमनलाल पटेल को इस अपराध में उसकी भूमिका के लिए 10 साल एक महीने के कारावास और उसका साथ देने वाले दूसरे अभियुक्त फ्लोरिडा के स्टीव एंथनी शेंड को छह साल, छह महीने के कारावास की सजा सुनाई जिसके बाद उसे दो साल की निगरानी में रखा जाएगा।

अटार्नी किर्कपैट्रिक ने कहा कि हर बार जब मैं इस मामले के बारे में सोचती हूँ तो मुझे उस परिवार विशेषतौर पर दो खूबसूरत बच्चों की याद आती है जिन्हें अभियुक्तों ने ठंड में मरने के लिए छोड़ दिया था। मानव तस्कर मानवता की परवाह नहीं करते। मुझे अपनी कानून व्यवस्था से संबद्ध एजेंसियों पर गर्व है जिन्होंने इन अभियुक्तों को उनके अपराधों के के लिए उत्तरदायी ठहराया।

अदालत में प्रस्तुत साक्ष्यों के मुताबिक 29 वर्षीय पटेल और 50 वर्षीय शेंड बड़े पैमाने पर मानव तस्करी करने वाले अभियान में शामिल थे जिसके तहत भारतीय मूल के नागरिकों को छात्र वीजा पर कनाडा लाया जाता था। बाद में उन्हें उत्तरी सीमा पार कराकर अमेरिका भेज दिया जाता था। दोनो फ्लोरिडा मे रह रहे थे। सजा के बाद पटेल को अमरीका से निष्कासित कर दिया जाएगा।

विधि विभाग के आपराधिक मामलों के प्रमुख मैथ्यू आर गेलोटी के मुताबिक पटेल और शेंड ने अपने निजी फायदे के लिए हजारो लोगों की जान जोखिम में डाली है और दोनो दो बच्चों को ठंड से मारने के लिए जिम्मेदार है।

गौरतलब है कि 18 और 19 जनवरी 2022 में पटेल और शेंड ने बेहद खराब मौसम के बावजूद कनाडा से 11 लोगों को पैदल रास्ते से अमरीका भेजने का जोखिम लिया। इसमें एक ही भारतीय परिवार के वे चार लोग भी थे जिनमें माता पिता, उनकी 11 साल की बेटी और तीन साल का बेटा शामिल था।

उन्नीस जनवरी की सुबह जब तेज ठंडी हवाएं चल रही थीं और तापमान शून्य से 36 डिग्री नीचे था। मिनेसोटा में अमरीकी सीमा पेट्रोल दस्ते को बर्फ में फंसी शेंड की वैन मिली जिसके बाद उसे दो लोगो के साथ गिरफ्तार कर लिया। शेंड ने हालांकि उन्हें बताया कि उसके साथ कोई और नहीं था लेकिन बाद में बर्फबारी में फंसे पांच और लोग सामने आए जिनमें से एक को हायपोथरमिया हो गया था। उसे मिलेसोटा के रीजेंस अस्पताल में दाखिल कराया गया।

उसी दिन कुछ देर बाद रायल कनाडियन माउंटेड पुलिस ने अंतरराष्ट्रीय सीमा पर कनाडा के क्षेत्र से एक ही परिवार के उन चारों सदस्यों के शव बरामद किए जो शेंड के साथ अमेरिका आ रहे थे। बच्चे का मुंह पिता के दस्ताने से ढका हुआ कंबल में लिपटा पाया गया था।

पिछले साल नवंबर में संघीय ज्यूरी ने पटेल और शेंड को मानव तस्करी के जरिये लोगो को अवैध रूप से अमेरिका लाने के मामले में दोषी करार दिया था। इस बीच अमरीका के होमलैंड सिक्योरिटी इन्वेस्टिगेशन के प्रमुख जेमी होल्ट ने इस फैसले को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि जीवन के प्रति ऐसे गैरजिम्मेदाराना रवैये को भुलाया नहीं जा सकता।