मुरादाबाद के मदरसे में एडमिशन से पहले वर्जिनिटी टेस्ट की शर्त, एक अरेस्ट

मुरादाबाद। उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में मदरसे में दाखिले से पूर्व नाबालिग छात्रा का कौमार्य परीक्षण (वर्जिनिटी टेस्ट) कराए जाने की शर्मनाक शर्त सामने आई है। पुलिस ने इस सिलसिले में मदरसा के एडमिशन सेल इंचार्ज शाहजहां को गिरफ्तार कर लिया है।

आरोप है कि मुरादाबाद थाना पाकबड़ा क्षेत्रान्तर्गत ग्राम लोधीपुर स्थित जामिया मदरसा में चंडीगढ़ निवासी व्यक्ति के साथ एडमिशन के दौरान एडमिशन इंचार्ज एवं प्रधानाचार्य द्वारा दुर्व्यवहार व अभद्र टिप्पणियाँ की गईं। पुलिस ने तत्काल संज्ञान लेते हुए मुकदमा दर्ज किया और एडमिशन सेल इंचार्ज को गिरफ्तार किया। प्रधानाचार्या समेत अन्य स्टाफ के ख़िलाफ़ मुक़दमा दर्ज़ कर जांच शुरू कर दी गई है।

अजीबोगरीब शर्त का विरोध करने पर मदरसा प्रबंधन ने टीसी काटकर छात्रा को प्रवेश देने से इंकार कर दिया था। इस पर मानसिक वेदना से गुजर रहे पीड़िता के पिता ने वीडियो जारी कर ऐसे मदरसों की मान्यता रद्द करने तथा प्रबंध तंत्र के ख़िलाफ़ सख़्त से सख़्त कार्रवाई करने की गुहार उत्तर प्रदेश सरकार एवं उच्चाधिकारियों से लगाई। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।

पुलिस अधीक्षक (नगर) कुमार रणविजय सिंह ने शुक्रवार को बताया कि चंडीगढ़ निवासी एक व्यक्ति द्वारा गंभीर आरोप लगाते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को दिए गए शिक़ायती पत्र में बताया गया था कि उनकी 13 वर्षीया बेटी थाना पाकबड़ा क्षेत्र अंतर्गत दिल्ली रोड़ स्थित लोधीपुर के एक मदरसे में वर्ष 2024 से पढ़ रही है।

दाख़िले के दौरान 35 हज़ार रुपए फ़ीस के नाम पर जमा कराए गए थे। इस साल बेटी के सातवीं कक्षा उत्तीर्ण करने के बाद आठवीं कक्षा में दाखिला होना था। लेकिन दाखिले से पूर्व बेटी का कौमार्य परीक्षण (वर्जिनिटी सर्टिफिकेट) कराने का तुगलकी फरमान मदरसा प्रबंधन द्वारा सुना दिया गया। जिसका मां द्वारा विरोध करने पर बेटी का मदरसे से नाम काटकर टीसी थमा दी।

आरोप है कि 16 जुलाई 2025 को पत्नी मायके गई थी। 21 अगस्त को वापस लौटने पर बेटी को मदरसे में छोड़ने गई तो वहां मदरसा दाखिला प्रभारी शाहजहां तथा प्रधानाचार्या रहनुमा द्वारा बेटी को प्रवेश देने से यह कह कर इंकार कर दिया कि इसका पहले कौमार्य परीक्षण कराओ तब तक प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी।

बेटी का वर्जिनिटी टेस्ट कराने की शर्त का मां द्वारा कड़ा विरोध जताए जाने पर मदरसा प्रबंधन द्वारा न केवल दुर्व्यवहार किया गया बल्कि मदरसे में दोबारा आने की जुर्रत करने पर गंभीर अंजाम भुगतने की चेतावनी देते हुए छात्रा का नाम काटकर टीसी थमाते हुए स्टाफ द्वारा धक्के देकर बाहर निकलवा दिया गया। परिजनों द्वारा खुशामद करने के बावजूद मदरसा प्रबंधन का दिल नहीं पसीजा और छात्रा को प्रवेश की अनुमति देने से साफ़ इंकार कर दिया। बताया गया कि इस घटना के बाद से छात्रा और उसके परिजन गहरे सदमे में हैं।

इस संबंध में पीड़िता के पिता ने 14 अक्टूबर को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सतपाल अंतिल के समक्ष कार्यालय में पेश होकर शिकायती पत्र सौंपते हुए उनसे न्याय की गुहार लगाई। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा मामले की गंभीरता से जांच करने के निर्देश संबंधित थाना पुलिस को दे दिए गए थे।

बृहस्पतिवार 24 अक्टूबर को पाकबड़ा थाना पुलिस ने प्रधानाचार्या रहनुमा और एडमिशन सेल इंचार्ज शाहजहां समेत जामिया मदरसा लोधीपुर राजपूत के अन्य स्टाफ के ख़िलाफ़ मुक़दमा दर्ज़ कर प्रकरण की जांच शुरू कर दी। थाना पाकबड़ा पुलिस ने बताया कि मामले में जो भी तथ्य सामने आएंगे उनके आधार पर अग्रिम विधिक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।