नसीराबाद : समाजसेवी ने 51वीं वैवाहिक वर्षगांठ पर बेटे को दिया कॉम्प्लेक्स रूपी तोहफा

नसीराबाद। निकटवर्ती बान्दनवाड़ा कस्बे के समाजसेवी व व्यापारी ओमप्रकाश आहूजा ने सोमवार को अपनी 51वीं शादी की वर्षगांठ पर पुत्र शंकर आहूजा को ॐ कृपा प्रोविजन स्टोर के रूप में दुकान व कॉम्प्लेक्स रूपी तोहफा दिया।

पंडित सियाराम उपाध्याय ने आहूजा के नव निर्मित कॉम्प्लेक्स की विधि विधान के साथ पूजा अर्चना कर शुभारंभ कराया। आहूजा के बड़े पुत्र डॉ.मनोज आहूजा ने बताया कि वे आपस में तीन भाई हैं। एक शंकर आहूजा व्यापारी हैं जिन्होंने कुछ साल पहले दुकानें व प्लॉट ख़रीदे थे, जो वास्तु शास्त्र के अनुकूल नहीं थे। निर्माण कार्य भी पुराना था।

इसलिए उन्होंने दुकान व कॉम्प्लेक्स का निर्माण कार्य प्रारम्भ किया जो पूर्ण होने पर आज सोमवार को आराध्य देव महासिंह बाबा व सत्यनारायण भगवान के भोग लगाकर कन्याओं व ब्राह्मण भोज करवाया। पारिवारिक सदस्यों सहित मित्रों व शुभचिंतकों ने पधारकर आहूजा सहित पूरे परिवार को इस शुभ कार्य के लिए बधाई व शुभकामनाएं दी।

कार्यक्रम में बांदनवाड़ा के राजा साहब मोहन बना कुंवर वीरेंद्र सिंह राठौड़, समाजसेवी बनवारी दास वैष्णव, उद्योगपति एवं समाजसेवी प्रभु सिंह रेहलानी, सत्यनारायण भगवान मंदिर समिति अध्यक्ष जयमल रेहलानी, एडवोकेट एवं भाजपा ओबीसी प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष अशोक सिंह रावत, मनोज मिश्रा, समाजसेवी सुनील कावड़िया, जिला परिषद प्रतिनिधि कालू प्रजापति, अनिल शर्मा, 5 स्टार प्रेस क्लब अध्यक्ष राजेश मेहरा, पत्रकार अनिल साहू, एडवोकेट शम्मी मोहम्मद, एडवोकेट युसूफ मोहम्मद, एडवोकेट शिवचरण चौधरी, गजानंदसिंह रावत, तारा प्रकाश जोशी, प्राचार्य देवेंद्र सांखला, शिक्षक प्रीतम पीपाड़ा, विनोद वर्मा, त्रिलोक रोल्या, अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ अध्यक्ष हिम्मत अली बिसायती, रामलाल वैष्णव, सुरेन्द्र बोहरा, सेवा निवृत थानेदार दशरथ सिंह राठौड़, नसीराबाद से मनोज बड़जात्या, नितिन सिंघल, नीलेश गर्ग, अभिषेक बड़जात्या बिजयनगर, महावीर रांका, ओमप्रकाश पहिलवानी, नारीमल बेलानी, भगवान लालवानी, दिलीप लछवानी, राजेश तेजवानी, शिवचरण कुमावत, मुस्लिम समाज के पूर्व अध्यक्ष अब्दुल समद लौहार, हाफिज मोहम्मद, इस्माइल मोहम्मद, पन्नालाल प्रजापति, बाबूलाल अध्यापक, अमित कुमावत, प्रधान गुर्जर, व्याख्याता पंकज शर्मा, गोरधन जाखड़, रामस्वरूप जांगू, दीपक सैन, जाकिर हुसैन, ओमप्रकाश पहिलवानी, भंवर सिंह सोलंकी, जयेश रांका, प्रेमसिंह जैन सहित सैकड़ों मित्र गण मौजूद रहे।