नसीराबाद में MMCSBY कर्मी से LDC सहित ठेकेदार ने की मारपीट

नसीराबाद। राजकीय सामान्य चिकित्सालय नसीराबाद में मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत लगाए गए कर्मचारी से चिकित्सालय के एलडीसी हंसराज गुर्जर सहित चिकित्सालय के सफाई ठेकेदार व अन्य द्वारा मारपीट का मामला प्रकाश में आया है जिसमें पीड़ित ने सिटी थाना नसीराबाद में लिखित शिकायत देकर कार्यवाही की मांग की है।

मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत 6 साल पहले लगे अतुल सिंह तोमर ने बताया कि चिकित्सालय में कार्य करने वाले एलडीसी हंसराज गुर्जर ने उसे फोन कर अपने कक्ष में आने को कहा जिस पर अतुल सिंह तोमर उसके पास पहुंचा जहां चिकित्सालय में ही सफाई ठेकेदारी का कार्य करने वाले रितेश भारद्वाज तथा कुलदीप गुर्जर एवं दो अन्य लड़कों ने उसके साथ मारपीट की। इतना ही नहीं 2 दिन पहले ही सफाई ठेकेदार रितेश भारद्वाज द्वारा उसे फोन पर धमकी भी दी गई।

तोमर ने बताया की एलडीसी हंसराज गुर्जर चिकित्सालय में कार्य करने वाले कर्मचारियों सहित अन्य लोगों से मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना में कागजी कार्रवाई करने के एवज में रुपयों की मांग करता है और यदि उसे रुपए नहीं दिए जाते तो वह उनके कागजों में कमी निकाल कर उन्हें रोक देता हैै।

ये है मामला

तोमर ने बताया कि लगभग एक माह पहले उसके अधीन कुलदीप गुर्जर को मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में कार्य के लिए लगवाया गया। एक माह बीत जाने के बाद भी वह कुछ भी नहीं सीख सका जिसकी शिकायत राजकीय सामान्य चिकित्सालय के प्रमुख चिकित्सा प्रभारी डॉ विनय कपूर से की गई। कपूर ने तोमर से चुपचाप अपना कार्य करने की बात कही और मामले को ज्यादा नहीं बढ़ाने के लिए बोला। इस पर तोमर ने कुलदीप गुर्जर से कहा कि तुम मन लगाकर काम नहीं कर रहे हो और एक माह में तुमने कुछ भी नहीं सीखा जिस पर कुलदीप गुर्जर ने अपने राजनीतिक रसूखात की बात बताते हुए उसे धमकी दे डाली और सफाई ठेकेदार रितेश भारद्वाज के साथ दोनों उसे धमकाने लगे।

इसके बाद सफाई ठेकेदार रितेश भारद्वाज ने उसे फोन पर जान से मारने की धमकी भी दी और सोमवार को चिकित्सालय में आकर एलडीसी हंसराज गुर्जर के पास पीड़ित तोमर को बुलाकर उक्त पांचों ने मारपीट की जिसकी सारी रिकॉर्डिंग कैमरे में भी दर्ज हुई है। उक्त मामले में जब राजकीय सामान्य चिकित्सालय के प्रमुख चिकित्सा प्रभारी डॉ विनय कपूर से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि वह उनका आपसी मामला है। इसमें चिकित्सालय प्रबंधन कुछ भी नहीं कर सकता और पीड़ित तोमर ने पीएमओ को कोई लिखित शिकायत भी नहीं दी है ना ही मुझसे इस बारे में कोई बात नहीं की है।

जबकि पीड़ित तोमर का कहना है कि उसने 2 दिन पूर्व ही प्रमुख चिकित्सा प्रभारी डॉ विनय कपूर को उक्त कार्रवाई के लिए अवगत कराया और उन्हें यह भी बताया कि उसे जान से मारने की धमकी दी गई है, इसलिए वह सोमवार को कार्य पर नहीं आएगा तो उस पर प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ विनय कपूर ने तोमर को धमकाते हुए कहा यदि तुम ड्यूटी ज्वाइन नहीं करोगे तो तुम्हारा नाम सस्पेंड की लिस्ट में डाल दूंगा।

इस डर से तोमर ने सोमवार को अपनी ड्यूटी संभाली, परंतु ड्यूटी पर आते ही उसके साथ इस तरह का हादसा हो जाने से चिकित्सालय में कार्य करने वाले लोगों में भय का माहौल व्याप्त हो गया है।

इनका कहना है

चिकित्सालय में जो लड़ाई हुई है वह उनका आपसी मामला है इसमें चिकित्सालय प्रबंधन का कोई लेना देना नहीं और पीड़ित तोमर ने चिकित्सालय प्रबंधन को कोई लिखित शिकायत भी नहीं दी है।

डॉ विनय कपूर
प्रमुख चिकित्सा अधिकारी राजकीय सामान्य चिकित्सालय नसीराबाद