Home Breaking राजस्थानः शाही खेल के लिए सरकार का पर्यटक और पर्यटन से खिलवाड!

राजस्थानः शाही खेल के लिए सरकार का पर्यटक और पर्यटन से खिलवाड!

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राजस्थानः शाही खेल के लिए सरकार का पर्यटक और पर्यटन से खिलवाड!
police lifting car of tourist by cran in monut abu
police lifting car of tourist by cran in monut abu

सबगुरु न्यूज-सिरोही/माउण्ट आबू। देश में एक प्रतिशत लोग जिस खेल के बारे में जानते नहीं उस खेल को माउण्ट आबू में करवाने के लिए मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने आदेश दे दिए। इसके बाद माउण्ट आबू के प्रशासनिक अधिकारियों ने माउण्ट आबू में आ रहे पर्यटकों और पर्यटन व्यवसाय से ही खेल शुरू कर दिया।

प्रशासन ने वाहनों को पार्क करने के लिए इस दीवाली सीजन पर पोलो ग्राउण्ड को पार्किंग के लिए नहीं खोला। स्थिति यह हुई कि पार्किंग के अभाव में की जा रही सख्ती से पर्यटक माउण्ट आबू से वापस लौट रहे हैं। खैर स्थानीय विरोध को देखते हुए उपखण्ड अधिकारी बुधवार को पोलो ग्राउण्ड के दोनों गेट खुलवाए।

माउण्ट आबू में दीपावली का सीजन पर जबरदस्त पर्यटक उमडते हैं। गुजरात में लाभ पांचम तक व्यावसायिक गतिविधियां बंद होने से यहां पर पर्यटकों का रेला लगता है। माउण्ट आबू में इस समय शेष पार्किंगों के साथ पोलो ग्राउण्ड का भी पार्किंग बनाया जाता है।

अब मुख्यमंत्री ने यह कहा कि यहां पर पोलो खेल शुरू करवाया जाएगा तो स्थानीय प्रशासन ने पोलो ग्राउण्ड में पार्किंग बिल्कुल बंद कर दी। जो वैकल्पिक व्यवस्था की गई वहां पर हद से हद पांच सौ वाहन ही पार्क किए जा सकते हैं। वर्तमान में माउण्ट आबू में तीन हजार वाहनों से ज्यादा वाहन प्रतिदिन आ रहे हैं। यहां पार्किंग की व्यवस्था हद से हद 15 सौ वाहनों की है।

हर वर्ष की तरह पर्यटक सुविधा के लिए पोलो ग्राउण्ड को पार्किंग के लिए खोला नहीं गया है। ऐसे में शेष वाहनों को पर्यटक सडकों पर साइड में पार्क कर रहे हैं, तो इन वाहनों को प्रशासन क्रेन से उठवाना शुरू कर दिया। माउण्ट आबू के इतिहास में पहली बार इस तरह की अव्यवस्थाएं फैली हैं।

जिससे पर्यटक हाथों हाथ बिना रुके हुए माउण्ट आबू से बाहर निकलने लगे। इसे लेकर बुधवार को एक आपात बैठक बुलवाई गई। इसमें उपखण्ड अधिकारी अरविंद पोसवाल भी उपस्थित थे। बैठक के बाद पार्किंग के लिए पोलो ग्राउण्ड के दोनों दरवाजे खुलवाए गए।

jam on gurushikhar road in mount abu

-गुरुशिखर मार्ग पर जाम

पर्यटकों की आवक का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि यहां पर गुरुशिखर रोड पर बुधवार को पर्यटकों की आवाजाही के कारण जाम की स्थिति बन आई। माउण्ट आबू में पिछले साल से जाम की यह स्थिति सामान्य है।

-सरकार की विफलता का स्मारक पार्किंग अभाव

मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने भले ही माउण्ट आबू को लेकर अपनी विशेष रुचि दिखाने की कोशिश की हो, लेकिन माउण्ट आबू में पार्किंग व्यवस्था का अभाव वर्तमान सरकार की विफलता की सबसे बडी निशानी है।

पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने माउण्ट आबू में एमके चौराहे पर स्थित पार्किंग स्थल पर बहुमंजिला पार्किंग बनाने की बजटीय घोषणा कर दी थी, लेकिन वर्तमान सरकार ने आते ही बजट के अभाव का बहाना बनाते हुए इस योजना का ठंडे बस्ते में डाल दिया।

यही नहीं सुराज संकल्प या़त्रा के दौरान राजे ने गुजरात से जोडने वाली सडकों की बदहाली के लिए जो प्रवचन दिए थे, उसके अनुसार बदहाल अम्बाजी-आबूरोड मार्ग सिरोही में ही इसे वर्तमान सरकार की विफलता का दूसरा स्मारक भी बना दिया है।