Home UP Allahabad साजिश के तहत शहर में लगाई गई विवादित होर्डिंग्स : अतीक

साजिश के तहत शहर में लगाई गई विवादित होर्डिंग्स : अतीक

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साजिश के तहत शहर में लगाई गई विवादित होर्डिंग्स : अतीक
controversial hoardings in allahabad plot

इलाहाबाद। भाजपा मेरी फोटो का प्रयोग करके अन्य लोगों का टिकट कटवाने और जोड़ने में लगे हुए हैं, पचासों होर्डिंग में अमित शाह के साथ मेरी भी फोटो लगा दी।

पांच बार विधायक और एक बार सांसद रहने के बाद मीडिया ने मुझे माफिया, बाहुबली आदि नाम दिया लेकिन नेता नहीं बनाया। उक्त बातें पूर्व सांसद अतीक अहमद ने पत्रकारों से वार्ता के दौरान कही।

उन्होंने आगे कहा कि होर्डिंग मामले में एसएसपी के यहां तहरीर दे दी है और उसकी जांच हो रही है। आगे कहा कि सांप्रदायिक दंगे करवाने वाले समाज को बांटने वाले देश के सबसे बड़े दुश्मन और पापी होते हैं।

मेरी फोटो लगाकर भाजपा ने भीड़ बटोरने का काम किया, लेकिन अमित शाह जैसे लोगों के साथ मेरी फोटो लगाकर ठीक नहीं किया। कहा कि वे समाजवादी विचारधारा के व्यक्ति हैं और उनकी निष्ठा समाजवाद में है।

अतीक अहमद ने कहा कि कौशांबी मंच पर कुछ हल्के-फुल्के मजाक के मूड में उन्होंने मुख्यमंत्री से कुछ कहा जिसे मुख्यमंत्री ने सार्वजनिक स्थल पर नजरअंदाज किया और मीडिया ने गलत ढंग से पेश किया।

पूर्व सांसद ने कहा कि उन्हें सीबीआई का डर नहीं है, उन्होंने कोई गबन या घपला नहीं किया है। हमेशा प्रयास रहा है कि किसी निर्दोष के साथ गलत न हो क्योंकि किसी के साथ अन्याय करने पर ऊपर वाला कभी माफ नहीं करता।

रही बात सीबीआई की तो राजू पाल हत्याकांड को लेकर सुप्रीम कोर्ट में खुद मैंने सीबीआई जांच के लिए पैरवी की थी, जिससे मामले में दूध का दूध और पानी का पानी हो जाए। कहा कि सीबीआई इलाहाबाद आई जरूर है, लेकिन उनसे मुलाकात नहीं हुई है।

उन्होंने हत्याकांड मामले में आरोप लगाया कि साक्ष्यों के साथ छेड़छाड़ की गई है। अंत में सपा का बखान व अखिलेश यादव के बारे कहा की वो सफल मुख्यमंत्री तो है पर अभी एक सफल नेता होना बाकी है।

मैं स्वयं नहीं, अशरफ लड़ेंगे विस चुनाव

पूर्व सांसद अतीक अहमद ने कहा कि वह विधानसभा खुद नहीं लड़ेंगे, बल्कि उन्होंने पूर्व विधायक छोटे भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ को विस चुनाव लड़ाने का दावा किया है। एक सवाल के जवाब में पूर्व सांसद ने कहा कि अशरफ को किस सीट से टिकट मिलेगा, यह समय बताएगा, क्योंकि यह पार्टी तय करेगी कि चुनाव कहां से लड़ना है। पूर्व सांसद ने कहा कि इस बार वह विस चुनाव में मैदान में नहीं रहेंगे, बल्कि संसदीय चुनाव में जरूर हिस्सा ले सकते हैं।