इस मौके पर माउंट आबू से आईं ब्रह्मकुमारी गीता बहन ने कहा कि मन का जब परमात्मा के साथ गहरा संबंध स्थापित हो जाता है तो आत्मा अपने मूल गुणों को शरीर के माध्यम से प्रतिबिंत करने लगती है। उसकी संकल्प शक्ति इतनी बढ़ जाती है कि संकल्प करने मात्र से कई चीजें ठीक होने लगती हैं।
इस अवसर पर राजयोगी सूरज भाई ने कहा कि संकल्प में बड़ी शक्ति है जैसा संकल्प करते वैसा हो जाता है। मैं परम पवित्र आत्मा हू। इस संकल्प से जीवन में पवित्रता आने लगती है।