नई दिल्ली। भारतीय सशस्त्र सेनाओं ने कहा है कि ऑपरेशन सिन्दूर के लक्ष्य हासिल कर लिए हैं और पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी दी है कि यदि उसकी ओर से आज रात भी सैन्य कार्रवाई रोकने के लिए बनी सहमति का उल्लंघन किया जाता है तो उसे इसका बेहद गंभीर परिणाम भुगतना पड़ेगा।
सेना के सैन्य संचालन महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई, वायु सेना के संचालन महानिदेशक एयर मार्शल एके भारती और नौसेना के संचालन महानिदेशक वाइस एडमिरील एके प्रमोद ने रविवार देर शाम ऑपरेशन सिंदूर पर एक विशेष ब्रीफिंग में साफ शब्दों में कहा है कि यदि पाकिस्तान की ओर से इस तरह की कार्रवाई होती है तो उनके पास पाकिस्तान को सबक सिखाने का रोड़ मैप और प्लान हैं और हम उस पर अमल के लिए पूरी तरह तैयार हैं। उन्होंने कहा कि सेना प्रमुख ने सेना को आदेश दिया है कि यदि पाकिस्तान की ओर से सहमति का आज भी उल्लंघन किया जाता है तो उसे जोरदार तरीके से दंडित किया जाना चाहिए।
सेनाओं की ओर से साफ तौर पर कहा गया कि हमारी लड़ाई न तो पाकिस्तान के खिलाफ है, न ही पाकिस्तान के लोगों से है, हमारी लड़ाई सिर्फ आतंवादियों और उनके आकाओं से है। सेनाओं की ओर से आज पहली बार यह जानकारी दी गई कि ऑपरेशन सिंदूर में 100 से भी अधिक आतंकी मारे गए। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की जवाबी कार्रवाई के बाद हुए संघर्ष में पाकिस्तानी सेना के 35 से 40 सैनिक ढेर किए गए हैं और यह संख्या ज्यादा भी हो सकती है लेकिन इसका अभी आकलन किया जा रहा है।
सेना ने कहा कि पाकिस्तान की ओर से की गई जवाबी कार्रवाई के बाद भारतीय सेनाओं की कार्रवाई के दौरान पांच भारतीय सैनिक मारे गए हैं। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि भारत ने पाकिस्तान के कई विमान गिराए हैं लेकिन उन्होंने इसकी संख्या नहीं बताई। एक अन्य सवाल पर उन्होंंने कहा कि भारत के सभी पायटल सुरक्षित हैं।
उन्होंने कहा कि भारतीय सेनाएं अभी भी सचेत मुद्रा में है और उसे हर दुस्साहस का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। एक सवाल के जवाब में सेनाओं ने कहा कि सीमा पार करीब 21 आतंकवादी ठिकाने हैं और जरूरत पड़ने पर इनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
एयर मार्शल भारती ने कहा कि छह मई की रात को ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम देने के बाद उन्होंने अपने पाकिस्तानी समकक्ष को जानकारी दी कि इस आपरेशन में केवल आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया है और भारत के पास इसके अलावा कोई विकल्प नहीं था। उन्होंने कहा कि उनके पाकिस्तानी समकक्ष ने इस बात को खारिज कर दिया और कहा कि पाकिस्तान इसके जवाब में कार्रवाई करेगा।
उन्होंने स्पष्ट किया कि भारतीय सेनाओं ने छह मई की रात को पाकिस्तान की सेना या नागरिक ठिकानों को निशाना नहीं बनाया और केवल आतंकवादियों तथा उनके ठिकानों को निशाना बनाया था जिसमें 100 से अधिक आतंकी मारे गए।
एयर मार्शल भारती ने कहा कि पाकिस्तान ने इसके जवाब में भारत की हवाई सीमा का अतिक्रमण किया और जमीन पर भी घुसपैठ की कोशिश की। पाकिस्तानी सेनाओं ने भारत के हवाई अड्डों, सैन्य प्रतिष्ठानों और हवाई पट्टियों के साथ साथ नागरिका ठिकानों को भी निशाना बनाने के लिए ड्रोन और मानव रहित यानों की बौछार कर दी। भारतीय वायु रक्षा प्रणालियों ने इन सब हमलों को विफल कर दिया।
उन्होंने कहा कि भारतीय सेनाओं ने पाकिस्तान के दुस्साहस का जमीन और हवा में बेहद करारा जवाब दिया और उसे जान माल का भारी नुकसान पहुंचाया। भारत की कार्रवाई में पाकिस्तान के 35 से 40 सैनिक मारे गए और यह संख्या कहीं ज्यादा हो सकती है लेकिन इसका अभी आकलन किया जा रहा है।
एयर मार्शल भारती ने कहा कि भारतीय सेनाओं ने नपे तुले और तालमेल पर आधारित हमलों में पाकिस्तान की वायु रक्षा प्रणाली चकलाला, रफीकी, सकर आदि को निशाना बनाया। इसके अलावा सरगोदा, जकुबाबाद, मुरीद, रहीम यार खान हवाई पट्टियों को निशाना बनाया। उन्होंने कहा कि भारतीय वायु सेना के पास पाकिस्तान के हर ठिकाने पर हमले की क्षमता है लेकिन हमने संयम से काम लिया है।
वाइस एडमिरल प्रमोद ने कहा कि नौसेना के कैरियर बैटल ग्रुप, सतही बल, पनडुब्बी और अन्य प्लेटफार्म पूरी तरह से किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार थे। उत्तर अरब सागर में भी नौसेना पूरी ताकत के साथ तैनात थी। नौसेना ने अपनी मौजूदागी पाकिस्तान को रक्षात्मक रूप अपनाने को मजबूर कर दिया। उन्होंने कहा कि नौसेना पाकिस्तान की यूनिट की गतिविधियों पर नजर रखे हुए थे। हमारे सभी विकल्प खुले थे। उन्होंने कहा कि नौसेना अभी भी निर्णायक कार्रवाई के लिए तैयार तथा तैनात है। उन्होंने कहा कि यदि पाकिस्तान अब आगे कुछ करता है तो उसे पता है कि हम आगे क्या करेंगे।
ले जनरल घई ने कहा कि ने कहा कि दस मई को जब हम रणनीति बना रहे थे तो मुझे पाकिस्तान से अपने समकक्ष का बात करने के अनुरोध के साथ संदेश मिला। उन्होंने कहा कि भारत का लक्ष्य आतंकवादी ठिकानों को नष्ट करने का था और उसके बाद हमने जो भी कार्रवाई की वह जवाबी थी इसलिए हमने बातचीत करने का निर्णय लिया।
उन्होंने कहा कि इस बातचीत में शाम पांच बजे के बाद सैन्य कार्रवाई रोकने की सहमति बनी लेकिन पाकिस्तानी सेना ने दुर्भाग्य से इस सहमति का उल्लंघन किया। भारतीय सेना ने इसका कड़ा जवाब दिया।उन्होंने कहा कि उन्होंने अपने पाकिस्तानी समकक्ष को हॉटलाइन पर इस उल्लंघन का विरोध करते हुए कहा कि इसके खिलाफ जोरदार दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।
एयर मार्शल भारती ने सवालों के जवाब में कहा कि भारत ने पाकिस्तान के कुछ विमान गिराए हैं लेकिन इनकी संख्या अभी बताना उचित नहीं है। इस दौरान भारत के विमानों गिरने से संबंधित मीडिया रिपोर्टों के बारे में पूछे जाने पर एयर मार्शल ने सवालों के जवाब में कहा कि हम लड़ाई में है और नुकसान लड़ाई का हिस्सा होता है। साथ ही उन्होंंने कहा कि यहां सबसे बड़ी बात है कि क्या हमने अपना लक्ष्य हासिल किया है और इसका जवाब है हां, हमने अपना उद्देश्य पूरा कर लिया। उन्होंने कहा कि हम अभी भी लड़ाई की स्थिति में हैं और विमानों को नुकसान की खबर से दुश्मन को फायदा होगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि भारतीय वायु सेना के सभी पायलट सुरक्षित हैं।
ले घई ने कहा कि पाकिस्तान की ओर से घुसपैठ की कोशिश हो रही है और ये पाकिस्तानी सेना की टोलियां भी हो सकती हैं जो हमारे क्षेत्रमें नुकसान पहुंचाना चाहती है। एक सवाल के जवाब में उन्होंंने कहा कि आम तौर पर सहमति के जमीन पर अमल में आने में समय लगता है।
पाकिस्तान की ओर से सहमति का दोबारा उल्लंघन किए जाने से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि सेना प्रमुख ने आज पश्चिमी सैन्य कमांडरों के साथ स्थिति की समीक्षा की है और किसी भी उल्लंघन या दुस्साहस का प्रचंड और दंडात्मक जवाब देने को कहा है। उन्होंने कहा कि भारतीय सेनाओं के पास पाकिस्तान को सबक सिखाने का रोड़ मैप और प्लान हैं और हम उस पर अमल के लिए पूरी तरह तैयार हैं।