बेलगावी में कांग्रेस एमएलसी ने भाजपा नेता पृथ्वी सिंह को चाकू मारा

बेलगावी। कर्नाटक की महिला एवं बाल कल्याण मंत्री लक्ष्मी हेब्बालकर के भाई और कांग्रेस एमएलसी चन्नराज हत्तीहोली ने सोमवार शाम यहां अपने आवास के पास भारतीय जनता पार्टी नेता पृथ्वी सिंह को कथित तौर पर चाकू मार दिया।

कथित तौर पर सिंह के हाथ और पीठ पर चोटें आई हैं और उन्हें केएलई अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह घटना शहर में शीतकालीन सत्र के पहले दिन हुई। सिंह भाजपा राज्य कार्यकारिणी सदस्य हैं।

बेलगावी के पुलिस आयुक्त सिद्धारमप्पा ने कहा कि हमें अभी जानकारी मिली है। हम विवरण की पुष्टि कर रहे हैं और यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या हत्तीहोली भी घटनास्थल पर थे। हमें कोई शिकायत नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि सीसीटीवी फुटेज के अनुसार हत्तीहोली के अंगरक्षकों और सिंह के बीच तीखी बहस हुई।

55 वर्षीय सिंह ने एक वीडियो जारी कर आरोप लगाया कि हत्तीहोली ने उन्हें मारने के लिए अपने आदमी भेजे थे। उन्होंने कहा कि दो लोगों ने मुझ पर चाकू से हमला किया, लेकिन मैं बच गया।

सिंह ने एक वीडियो क्लिप भी जारी की, जिसमें कुछ लोग उनसे मिलने आते दिख रहे हैं, जिनके बारे में कहा जाता है कि वे हत्तीहोली के आदमी थे। हेब्बालकर ने आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि सिंह हत्तीहोली और उनके परिवार को बदनाम करने के लिए ऐसा कर रहे हैं।

यत्नाल ने भाजपा विधायक दल की बैठकों के बहिष्कार की धमकी दी

कर्नाटक में भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता बसनगौड़ा पाटिल यत्नाल ने सोमवार को न्याय मिलने तक भाजपा विधायक दल की बैठकों का बहिष्कार करने की धमकी दी।

यत्नाल ने यहां पत्रकारों से कहा कि मैं विधायक दल की बैठक में शामिल नहीं होऊंगा। मुझे क्यों भाग लेना चाहिए, उत्तरी कर्नाटक के लोगों के साथ अन्याय हुआ है। इसे ठीक करने के लिए, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने आश्वासन दिया है। अगर वे इसे ठीक करते हैं, तो मैं भाग लूंगा।

यत्नाल विजयेंद्र येदियुरप्पा और आर अशोक को क्रमशः राज्य पार्टी प्रमुख और राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता नियुक्त किए जाने के बाद से असंतोष का शिकार हो रहे हैं। उन्हें विपक्ष का नेता या राज्य पार्टी प्रमुख का पद मिलने की पूरी उम्मीद थी।

यह पूछे जाने पर कि क्या पार्टी में महत्वपूर्ण पद नहीं मिलने से उन्हें दुख है। उन्होंने कहा कि दर्द तो होगा ही। अन्याय हो रहा है। उत्तरी कर्नाटक के साथ भी अन्याय हो रहा है। उसकी उपेक्षा की जा रही है। आप उत्तरी कर्नाटक से विधायक और सांसद चाहते हैं, लेकिन नेता प्रतिपक्ष और पार्टी प्रदेश अध्यक्ष जैसे अच्छे पद दक्षिणी कर्नाटक से आने वाले लोगों को दिए जाते हैं। ये सही नहीं है।