रूप चतुर्दशी पर देश में लगभग 15 हज़ार करोड़ रुपए के सौंदर्य प्रसाधन की बिक्री

नई दिल्ली। कोविड के बाद यह पहला साल है जब लोग बिना किसी बीमारी के भय के दिवाली का त्योहार मनायेंगे और यही वजह है कि इस बार बाज़ारों में ग्राहकों की रौनक़ देखने को मिल रही है और दिल्ली सहित देश के सभी बाज़ारों में बड़ा व्यापार हो रहा है।

कनफ़ेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) की ओर से पूर्व में जारी एक अनुमान के अनुसार इस वर्ष दिवाली के त्योहारों के सीजन में लगभग 3.5 लाख करोड़ रुपए का व्यापार होने का आकलन किया गया था, जो निश्चित रूप से पार होता दिख रहा है।

दिवाली त्योहारों की कड़ी में आज देश भर में रूप चतुर्दशी मनाई जा रही है और इस दिन सौंदर्य प्रसाधन ख़रीदने की बड़ी मान्यता है। महिलाएं आज के दिन अन्य वस्तुओं के अलावा विशेष रूप से ब्यूटी कास्मेटिक्स एवं अन्य सौंदर्य प्रसाधन ख़रीदती हैं।

कैट के मुताबिक़ आज देश भर में लगभग 15 हज़ार करोड़ रुपए के ब्रांडेड एवं नॉन ब्रांडेड सौंदर्य प्रसाधन की बिक्री हुई। इसके अतिरिक्त आज बड़ी मात्रा में कुम्हारों एवं स्थानीय कलाकारों द्वारा बनाए गए मिट्टी के दीये, मिट्टी से बनी भगवान की मूर्ति, वन्दनवार, शुभ लाभ के चित्र, कृतिम फूलों की लड़ी, श्री लक्ष्मी जी के शुभ पैरों के प्रत्येक चिह्न के चित्र आदि भी ख़रीदे जाएंगे।

एक अनुमान के अनुसार देश भर में आज लगभग दो हज़ार करोड़ रुपए के इन सामानों की बिक्री हुई।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के इस दिवाली ‘वोकल फॉर लोकल’ के आह्वान के बाद इन वस्तुओं की बिक्री में बड़ा इजाफ़ा हो रहा है।

कल देश भर में दिवाली पूजा तथा घरों को सजाने के लिए फल एवं फूलों का बड़ा कारोबार होगा। कल देश में लगभग पांच हज़ार करोड़ रुपये के फूल बिकेंगे। इन फूलों में ख़ास तौर पर कमल का फूल, गुलाब, गेंदा, रजनीगंधा, मोगरा, कनेर, गोदावरी और चमेली की ज़्यादा बिक्री होती है।

कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी सी भरतिया एवं राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने बताया कि दिल्ली तथा देश भर में व्यापारी कल अपनी दुकानों पर दिवाली की पूजा करेंगे और ग्राहकों के ख़रीदी व्यवहार को देखते हुए टेक्नोलॉजी के बढ़ते उपयोग को ध्यान में रखते हुए इस बार व्यापारियों द्वारा दिवाली पूजा में बायोमेट्रिक मशीन, पेमेंट उपकरण एवं मोबाइल फोन से लगने वाले एयर पॉड की भी पूजा की जाएगी। पुरातन रूप से श्री गणेश जी, श्री लक्ष्मी जी, श्री कुबेर जी और श्री हनुमान जी के अलावा लैपटॉप, कंप्यूटर, प्रिंटर, की भी पूजा होगी और व्यापार में वृद्धि की कामना की जाएगी।

कैट की ज्योतिष एवं वैदिक समिति के अध्यक्ष एवं प्रसिद्ध वेद मर्मज्ञ आचार्य दुर्गेश तारे ने बताया कि कल दिवाली पूजा के अनेक मुहूर्त हैं। उन्होंने बताया कि कल दीपावली पर लक्ष्मी पूजन सुबह 8:1 से 12:11 तक, दोपहर 1:34 से 2:57 तक, शाम 5:44 से 10:34 तक तथा अर्धरात्रि में 1:48 से 3:24 तक के समय में किया जा सकता है।