अमरीकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की त्वचा से हटाए गए कैंसर के घाव

वाशिंगटन। अमरीकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की छाती पर कैंसर के घावों को डाक्टरोंं ने ऑपरेशन करके साफ कर दिया है और राष्ट्रपति अब पूरी तरह से स्वस्थ हैं तथा काम के लिए तैयार हैं। व्हाइट हाउस ने यह जानकारी दी है।

बीबीसी की एक रिपोर्ट में व्हाइट हाउस के बयान का जिक्र करते हुए ने कहा गया है कि बाइडेन की पिछले महीने नियमित स्वास्थ्य जांच के दौरान कैंसरग्रसित त्वचा के घाव हटाए गए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक उनके एक चिकित्सक ने कहा कि राष्ट्रपति की त्वचा के कैंसर वाले ऊतकों को हटा दिया गया है और उनको आगे उपचार की आवश्यकता नहीं है। डॉक्टर राष्ट्रपति के स्वास्थ्य की नियमित निगरानी जारी रखेंगे।

व्हाइट हाउस ने बताया कि बाइडेन (80) की फरवरी में चिकित्सकीय जांच की गई थी। जांच के दौरान पाया कि राष्ट्रपति अब स्वस्थ हैं और काम के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। बाइडेन के डॉक्टर केविन ओ’कॉनर ने शुक्रवार को मीडिया को बताया है कि 16 फरवरी को वाशिंगटन डीसी के बाहरी इलाके में वाल्टर रीड नेशनल मिलिट्री मेडिकल सेंटर में उनकी छाती पर बने घावों का उपचार किया गया था।

उन्होंने कहा कि अब आगे कोई और उपचार जरूरी नहीं है, बायोप्सी रिपोर्ट के अनुसार कैंसर से प्रभावित हिस्सा अच्छी तरह से ठीक हो गया है। डॉक्टरों ने बताया बाइडेन को बेसल सेल कार्सिनोमा कैंसर है। उन्होंने बताया कि यह कैंसर सामान्य तौर पर फैलता नहीं है। अमेरिका के रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (सीडीसी) के अनुसार, अमेरिका में त्वचा कैंसर के मरीजों में सबसे ज्यादा बेसल और स्क्वैमस सेल कार्सिनोमा के रोगी हैं।

अमरीकी स्किन कैंसर फाउंडेशन के अनुसार हर साल 36 लाख अमेरिकियों को इस बीमारी से निजात दिलाई जाती है। अन्य सभी प्रकार के कैंसर की अपेक्षा त्वचा कैंसर का प्रकोप ज्यादा है। यह धीमी गति से फैलता है, समय पर इसका उपचार कराने से मरीज को कम से कम नुकसान होता है।

डॉ ओ’कॉनर ने लिखा है कि राष्ट्रपति बाइडेन के घावों को हटा लिया गया था और इस समय उनमें त्वचा कैंसर के के लक्षण नहीं दिखाई पड़ रहे हैं। डॉक्टरों ने सलाह दी है कि त्वचा के कैंसर को रोकने का सबसे अच्छा तरीका सर्दियों के दौरान भी सनस्क्रीन लोशन लगाना चाहिए और शरीर को पूरी तरह से ढंक कर रखना चाहिए। बाइडेन परिवार लंबे समय से कैंसर से जूझ रहे हैं। उनके बेटे ब्यू की वर्ष 2015 में ब्रेन कैंसर से मृत्यु हो गई थी।