बेंगलूरु। हलासुरू गेट पुलिस क्षेत्र के अंतर्गत नगरतापेटे स्थित एक चार मंजिला व्यावसायिक इमारत में शनिवार तड़के लगी भीषण आग में एक ही परिवार के चार सदस्यों समेत पांच लोगों की मौत हो गई।
मृतकों की पहचान मदन कुमार (36), उनकी पत्नी संगीता (33), उनके बच्चे मितेश (8) और विहान (5) और दूसरी मंजिल पर काम करने वाले सुरेश (30) के रूप में हुई है। आग तेज़ी से इमारत में फैलने से सभी पांच लोग ज़िंदा जल गए।
अधिकारियों ने बताया कि आग जो संभवतः तड़के लगभग 3.30 बजे शॉर्ट सर्किट के कारण लगी थी, भूतल पर स्थित एक प्लास्टिक मैट की दुकान से शुरू हुई और जल्दी ही ऊपरी मंजिलों को अपनी चपेट में ले लिया। तीन घंटे के बचाव अभियान के बाद, दमकल विभाग ने सभी शवों को बरामद किया, जिन्हें बाद में एक अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया।
राज्य अग्निशमन एवं आपातकालीन सेवाओं के निदेशक शिवशंकर ने बताया कि छह दमकल गाड़ियां, 50 से ज़्यादा कर्मचारी और 20 एसडीआरएफ सदस्य घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि घने धुएं के बावजूद, हमारी टीमें सभी पीड़ितों को निकालने में कामयाब रहीं। आग लगने के सटीक कारण की जाँच की जा रही है और आवश्यक सुरक्षा जाँचें की जाएंगी।
सेंट्रल डिवीज़न के डीसीपी अक्षय कुमार ने बताया कि शुरुआत में दो शव मिले, उसके बाद लगातार कोशिशों के बाद तीन और शव मिले। उन्होंने आगे कहा कि घने धुएं के कारण काम में बाधा आई, लेकिन हमारी टीमों ने सभी पीड़ितों को बाहर निकालने के लिए अथक प्रयास किया।
आवास एवं अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री बी. ज़ेड ज़मीर अहमद खान ने घटनास्थल का दौरा किया और पीड़ितों के परिवारों के लिए अपने निजी कोष से 5 लाख रुपए के मुआवजे की घोषणा की, साथ ही अतिरिक्त सरकारी सहायता का आश्वासन भी दिया।
इस दुखद घटना ने एक बार फिर बेंगलूरु के घनी आबादी वाले इलाकों में व्यावसायिक और आवासीय प्रतिष्ठानों में अग्नि सुरक्षा अनुपालन को लेकर चिंताएं पैदा कर दी हैं।