अफगानिस्तान में भूकंप के कारण 800 लोगों की मौत, 2800 घायल

नई दिल्ली/काबुल। पूर्वी अफ़ग़ानिस्तान में आज आधी रात को आए विनाशकारी भूकंप के कारण कम से कम 812 लोग मारे गए और 2800 घायल हुए हैं।

अफ़ग़ानिस्तान सरकार के मुख्य प्रवक्ता ज़बीहुल्लाह मुजाहिद ने बताया कि सरकार ने प्रतिक्रिया के समन्वय के लिए एक विशेष समिति का गठन किया है और तत्काल राहत के लिए 10 करोड़ अफ़ग़ानियों की राशि आवंटित की है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अफगानिस्तान में भूकंप के कारण हुई जानमाल के नुकसान पर शोक व्यक्त किया और कहा कि भारत प्रभावित लोगों को हर संभव मानवीय सहायता प्रदान करने के लिए तैयार है। उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर कहा कि अफगानिस्तान में भूकंप के कारण हुई जानमाल के नुकसान से गहरा दुख हुआ। इस कठिन घड़ी में हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं और हम घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं। भारत प्रभावित लोगों को हर संभव मानवीय सहायता और राहत प्रदान करने के लिए तैयार है।

अफगानिस्तान में रिक्टर पैमाने पर 6.0 की तीव्रता वाला शक्तिशाली भूकंप मध्यरात्रि के आसपास पूर्वी अफगानिस्तान में आया, जिससे चार प्रांत प्रभावित हुए, जिसमें कुनार का पहाड़ी क्षेत्र सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ। भूकंप के कारण भूस्खलन और बाढ़ ने स्थिति को और जटिल बना दिया। कुनार प्रांत के नर्गल जिले (मजार दारा), चौके, वाटापुर, मनोगी, चापा दारा और आसपास के इलाकों में 800 लोग मारे गए।

लघमन के अलींगर ज़िले में 58 और नूरिस्तान के नूरग्राम ज़िले में चार लोगों के घायल होने की सूचना है। पंजशीर के अबशार ज़िले में पांच घर नष्ट हो गए, लेकिन किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।

मुजाहिद ने बताया कि कुनार प्रांत में कई गांव तबाह हो गए हैं। अंतरराष्ट्रीय संस्थाएं राहत पहुंचा रही हैं और बचाव कार्यों में मदद कर रही हैं। स्थानीय समयानुसार रात 11:47 बजे आए भूकंप का केंद्र नंगरहार प्रांत के जलालाबाद शहर से लगभग 27 किलोमीटर पूर्व-उत्तर-पूर्व में था। भूकंप के बाद कई झटके आए जिससे निवासी फिर से अपने घरों से बाहर निकल आए। दक्षिण में 350 किलोमीटर से भी ज़्यादा दूर काबुल और इस्लामाबाद तक इमारतें हिल गईं।