उरी सेक्टर में नियंत्रण रेखा पर गोलाबारी में एक महिला की मौत, तीन घायल

श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में बारामूला जिले के उरी सेक्टर में सीमा पार से गुरुवार रात की गई गोलाबारी में एक महिला की मौत हो गई और तीन अन्य घायल हो गए।

अधिकारियों ने बताया कि कल रात पाकिस्तान ने कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर तोपखाने से गोलाबारी तेज कर दी, जिसमें बारामूला और कुपवाड़ा जिलों में करीब 50 संरचनाएं क्षतिग्रस्त हो गईं। कल शाम पाकिस्तान की ओर से जम्मू पर ड्रोन और मिसाइलों से हमला करके झड़प बढ़ाने के कुछ ही देर बाद सीमा पार से भारी गोलाबारी शुरू हो गई।

अधिकारियों ने बताया कि 38 वर्षीय नरगिस बशीर नाम की महिला की मौत तब हो गई जब वह जिस वाहन में यात्रा कर रही थी, वह पाकिस्तान की ओर से दागे गए गोले की चपेट में आ गया। महिला और उसके परिवार के कुछ सदस्य पाकिस्तान की ओर से गोलाबारी के बाद गांव से भागने के लिए एक वाहन में सवार हुए थे। विस्फोट में नरगिस की मौत हो गई, जबकि उसके तीन रिश्तेदार घायल हो गए।

घायलों को बारामूला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां सभी की हालत स्थिर बताई जा रही है। उरी सेक्टर में रात भर सीमा पार से भारी गोलाबारी हुई, मोर्टार और तोप के गोले नागरिक इलाकों में भी गिरे। सुबह तक भारी गोलाबारी जारी रही, जिससे निवासियों में दहशत फैल गई। उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में भी इसी तरह की गोलाबारी की खबर है।

चौकीबल, पंजगाम, सूंथीपोरा, डोलीपोरा, बटपोरा और रावतपोरा सहित कई गांवों में पाकिस्तानी गोले गिरे, जिससे निवासियों को घरों के अंदर शरण लेनी पड़ी। इससे पहले कल देर रात पाकिस्तानी सेना ने पूरी पश्चिमी सीमा पर ड्रोन और अन्य हथियारों का इस्तेमाल करते हुए कई हमले किए।

सेना ने कहा कि पाकिस्तानी सैनिकों ने जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर कई बार संघर्ष विराम उल्लंघन (सीएफवी) किया। सेना के एडीजीपीआई ने एक्स पर पोस्ट में कहा कि ड्रोन हमलों को प्रभावी ढंग से विफल कर दिया गया और सीएफवी का मुंहतोड़ जवाब दिया गया।

भारतीय सेना राष्ट्र की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। सभी नापाक इरादों का बलपूर्वक जवाब दिया जाएगा। पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद से ही भारत और पाकिस्तान की सेनाओं के बीच गोलीबारी जारी है।