एयर इंडिया का विमान उड़ान भरते ही मेडिकल काॅलेज हाॅस्टल पर गिरा, सैकड़ों के हताहत होने की आशंका

अहमदाबाद। भारतीय नागर विमानन इतिहास में एक त्रासदी में अहमदाबाद से लंदन जा रहा एयर इंडिया का एक ड्रीमलाइनर बोइंग 787-8 विमान गुरुवार को अपराह्न सरदार पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से उड़ान भरते ही दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इसमें चालक दल के सदस्यों सहित कुल 242 लोग सवार थे। इनमें से अधिकतर की मृत्यु होने की आशंका है।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार उड़ान संख्या एआई 171 में 230 यात्री, दो पायलट और चालक दल के 10 अन्य सदस्य सवार थे। मृतकों के बारे में अभी कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है, लेकिन एक घायल यात्री को अस्तपाल में भर्ती कराए जाने की सूचना है। एअर इंडिया का संचालन करने वाले टाटा समूह के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने हादसे में मारे गए प्रत्येक व्यक्ति के परिजनों को एक-एक करोड़ रुपए की सहायता देने की घोषणा की है।

विमान में सवार यात्रियों में 169 भारतीय नागरिक, 53 ब्रिटिश, सात पुर्तगाली और एक कनाडाई नागरिक था। यात्रियों की सूची में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी का नाम भी शामिल है जिनकी मृत्यु की पुष्टि कर दी गई है। यह विमान इंडियन एयरलाइंस के बेड़े में 2016 में शामिल किया गया था। नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने इस दुर्घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं।

नागर विमानन मंत्री राम मोहन नायडू ने घटना स्थल पर संवाददाताओं से कहा कि इस हादसे की निष्पक्ष और विस्तृत जांच कराई जाएगी और पता लगाया जाएगा कि यह दुर्घटना किस वजह से हुई। हादसे में मृतकों की संख्या का भी अभी पता लगाना है।

गृहमंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के साथ मौके पर जाकर स्थिति का जायजा लिया और राहत और बचाव कार्यों के बारे में जानकारी दी। शाह इस दुर्घटना में बचे एक मात्र यात्री विश्वास कुमार रमेश से मिलने अहमदाबाद के अस्पताल भी गए।

ब्रिटेन की वायु दुर्घटना जांच एजेंसी एएआईबी ने अहमदाबाद दुर्घटना की जांच में भारत की मदद करने की पेशकश की है। ब्रिटिश एजेंसी ने कहा है कि उसकी यह पेशकश इसलिए है क्योंकि दुर्घटना में उसने अपने कुछ नागरिकों को भी खोया है। विश्वभर के नेताओं ने इस त्रासदी पर शोक और संवेदना जताई है।

डीजीसीए के एक वक्तव्य में कहा गया है कि एयर इंडिया के विमान वीटी-एएनबी, ने अहमदाबाद से लंदन के गेटविक हवाई अड्डे के लिए उड़ान भरी थी, लेकिन तुरंत बाद ही यह दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान की कमान कैप्टन सुमित सभरवाल के पास थी और उनके साथ फर्स्ट ऑफिसर क्लाइव कुंदर थे। कैप्टन सभरवाल 8200 घंटों के अनुभव वाले पायलट थे और उनके सह-पायलट के पास 1100 घंटों का उड़ान अनुभव था।

एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) के अनुसार विमान ने रनवे संख्या 23 से अपराह्न एक बजकर 39 मिनट पर उड़ान भरी थी। उड़ान भरने के कुछ ही क्षणों बाद इसने एटीसी को मेडे यानी गंभीरतम आपातस्थिति का संकेत दिया, लेकिन उसके बाद एटीसी द्वारा की गई कॉल पर विमान से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई। इसके तुरंत बाद विमान हवाई अड्डे के निकट रिहायशी इलाके में गिर गया और दुर्घटना स्थल से आग के गोले के साथ काले धुएं के गुबार निकलने लगे।

हवाई अड्डे के प्रवक्ता ने बताया कि दुर्घटना के बाद हवाई अड्डे से सभी उड़ानों के आवागमन को अस्थायी तौर पर रोक दिया गया और यह पाबंदी कुछ घंटे बाद हटा दी गई। विमान के रनवे से उड़ान भरने के तुरंत बाद, पायलट ने अहमदाबाद के हवाई यातायात नियंत्रण कक्ष को मेडे काॅल यानी गंभीरतम आपातस्थिति की सूचना दी और उसके बाद उससे संपर्क कट गया। विमान 600-700 फुट की ऊंचाई पर जाने के बाद तेजी से नीचे आने लगा और हवाई अड्डे की चाहरदीवारी से बाहर मेघानीनगर रिहायशी इलाके में एक अस्पताल परिसर के हॉस्टल पर गिरा और उसमें आग लग गई।

विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के तुरंत बाद अग्निशमन की गाड़ियां और पुलिस के जवान घटनास्थल पर पहुंचकर राहत एवं बचाव कार्य में लग गए थे। बाद में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीमें और केंद्रीय बल भी घटनास्थल पर पहुंच गए। राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) और एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टीगेशन ब्यूरो (एएआईबी) की टीमें भी अहमदाबाद पहुंच चुकी है। एअर इंडिया ने विमान के यात्रियों और चालक दल के सदस्यों के निकटतम परिजनों को दिल्ली और मुंबई से अहमदाबाद लाने ले जाने के लिए दो विशेष उड़ानों की व्यवस्था की है।

दुर्घटना के सभी विवरणों के समन्वय के लिए नागरिक उड्डयन मंत्रालय में एक परिचालन नियंत्रण कक्ष सक्रिय कर दिया गया है। इसका संपर्क नंबर 011-24610843 और 9650391859 है। एयर इंडिया ने भी जानकारी उपलब्ध कराने के लिए हॉटलाइन नंबर 18005691444 स्थापित किया है।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे तथा विभिन्न राज्यों के राज्यपालों और मुख्यमंत्रियों ने इस त्रासदी पर गहरा शोक व्यक्त किया है। कई देशों के राष्ट्र प्रमुखों ने भी दुर्घटना पर दुख जताया है। अमरीकी विमान कंपनी बोइंग के ड्रीमलाइनर की यह पहली दुर्घटना है जिसमें लोगों की मौत हुई है।

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