यरूशलम। इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ईरान परमाणु ठिकानों पर अमरीकी हमले के बाद टेलीविजन पर अपने संबोधन में कहा कि ऑपरेशन अम कलावी में हमने मिलकर इजराइल के इतिहास में अभूतपूर्व उपलब्धियां हासिल की हैं।
उन्होंनें कहा कि आपको याद होगा कि अभियान के शुरू से ही मैंने वादा किया था कि ईरान के परमाणु प्रतिष्ठान नष्ट कर दिए जाएंगे, चाहे कोई भी रास्ता अपना हो! यह वादा पूरा कर लिया गया है! कुछ ही समय पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप और मेरे बीच पूर्ण समन्वय के साथ और इजराइली सैन्य बलों तथा अमरीका की सेना के बीच पूर्ण सहयोग से अमरीका ने ईरान में तीन परमाणु प्रतिष्ठानों फोर्डोव, नतान्ज और इस्फहान पर हमला किया।
इस तरह से अमरीका ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर इजराइली सेना और मोसाद, (देश की खुफिया एजेन्सी) के हमलों को और अधिक ताकत और अधिक तीव्रता के साथ जारी रखा है। ईरान का परमाणु कार्यक्रम हमारे अस्तित्व के लिए खतरा है और यह पूरे विश्व की शांति के लिए भी संकट उत्पन्न करने वाला है।
नेतन्याहू ने यह भी कहा कि आज रात के अभियान के पूरा होने के तुरंत बाद राष्ट्रपति ट्रम्प ने उन्हें फोन किया था उनके साथ बातचीत बहुत आत्मिक और भावनात्मक थी।
इजराइली प्रधानमंत्री ने अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को स्वतंत्रता में विश्वास रखने वाली दुनिया का एक मजबूत नेता बताया है और कहा है कि ट्रम्प इजराइल के सबसे बड़े दोस्त हैं और उनसे बड़ा दोस्त और कोई नहीं है। उन्होंने अपनी तरफ से, इजराइल की जनता तथा यहूदी समाज की ओर से ट्रम्प का हार्दिक आभार जताया।