समिति संस्थापक सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळे का मिलेगा मार्गदर्शन
अजमेर। हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से जयपुर, जोधपुर, भीलवाड़ा के क्रम में इस साल गुरुपूर्णिमा महोत्सव का आयोजन अजमेर के सूचना केंद्र सभागृह में 10 जुलाई को आयोजित किया जाएगा। समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळे जयपुर, जोधपुर एवं सोजत प्रवास के बाद 8 जुलाई को अजमेर पहुंचेंगे।
सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळे के आगमन पर अजमेर के साधक परिवार उनकी अगवानी करेंगे। वे अजमेर के प्रमुख प्राचीन नरसिंह मंदिर, अम्बे माता मंदिर, बजरंगगढ़ बालाजी मंदिर एवं घाटी वाले बालाजी मंदिर में दर्शन करेंगे।
अपने प्रवास के दौरान सद्गुरु डॉ. पिंगळे आयोजन स्थल का अवलोकन करेंगे।महोत्सव में वे समाज के प्रबुद्धजनों को धर्मजागृति, साधना तथा राष्ट्रधर्म विषयों पर मार्गदर्शन देंगे। महोत्सव से पूर्व विश्व हिन्दू परिषद के केंद्रीय सहमंत्री आनंद गोयल, वरिष्ठ अधिवक्ता किशन गुर्जर सहित अन्य प्रबुद्धजनों से भी सद्गुरु का संवाद होगा।
सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळे का संक्षिप्त परिचय
एक ईएनटी विशेषज्ञ डॉक्टर के रूप में आरंभिक कार्य के पश्चात सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळे ने अध्यात्म की ओर रुख किया। हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक के रूप में समिति की आध्यात्मिक रीढ़ हैं। अध्यात्म, धर्मशिक्षा एवं हिन्दू राष्ट्र विषयों पर आपने कई ग्रंथों की रचना करने वाले सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळे का जीवन राष्ट्र, धर्म और साधना के कार्य के लिए समर्पित है।प्रयागराज महाकुंभ में पिंगळे के नेतृत्व में आयोजित धर्म एवं संस्कृति का वैज्ञानिक पक्ष प्रस्तुत करने वाली प्रदर्शनी जनजागृति का केंद्र बनी और व्यापक चर्चा का विषय रही।
हिन्दू जनजागृति समिति का परिचय
2002 में घटस्थापना के दिन कुछ जागृत हिन्दुओं द्वारा धर्मरक्षा के संकल्प से इस समिति की स्थापना हुई। राष्ट्रसंत डॉ. जयंत आठवले की प्रेरणा से कार्यरत यह समिति आज 1000 से अधिक हिन्दू संगठनों के साथ मिलकर धर्मजागृति, धर्मशिक्षा एवं हिन्दू राष्ट्र स्थापना हेतु प्रयासरत है। समिति हिन्दू धर्म पर हो रहे आघातों के विरुद्ध संघर्ष कर राष्ट्र के सांस्कृतिक मूल्यों की रक्षा हेतु कटिबद्ध है।