सिरोही कलेक्टर कंट्रोल रूम से पीएचईडी कार्यालय तक अंधेरनगरी का चौपट राज

 

Symbolic image

सबगुरु न्यूज़ – आबूरोड। भजनलाल सरकार में राज व्यवस्था किस तरह से चौपट हो चुकी है इसका उदाहरण बन चुका है सिरोही। यहां पानी जैसी आवश्यक जरूरत को लेकर कलेक्टर कंट्रोल रूम से लेकर पीएचईडी विभाग कितना गंभीर है इसका उदाहरण मिल जाएगा। 16 दिन से आबूरोड हाउसिंग बोर्ड की एक गली में पानी नहीं आया लेकिन शिकायतों के बाद भी इसमें आज तो कोई सुधार नहीं किया गया।

– ये हैं हालात

आबूरोड में मानपुर हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी है। इसमें गणेश मंदिर के पहले वाली मुख्य गली के अंतिम छोर के मकानों में पिछले 16 दिनों से पानी नहीं आ रहा है। इसके लिए आबूरोड के एईएन को 12 दिन पहले बताया गया था। इसके बाद 1 जुलाई को कलेक्टर कंट्रोल रूम में इसकी शिकायत की गई। इस बीच कई बार पीएचईडी कार्यालय आबूरोड में शिकायत की गई लेकिन, आज 16 दिन निकलने के बाद भी न तो कलेक्टर कंट्रोल रूम को ने कोई फीडबैक लिया न ही पीएचईडी आबू रोड ने।

लोगों को टैंकरों के सहारे दिनचर्या के काम निकलने पड़ रहे हैं। आबूरोड मानपुर हाउसिंग बोर्ड स्थिति पीएचईडी की टंकी के कार्यालय के कार्मिकों का कहना था कि लाइन चोक होने की वजह से ऐसा हो सकता है। लेकिन इस चोक लाइन को कब और कौन खोलेगा ये आज तक न तो कलेक्टर कंट्रोल रूम तय कर पाया है न ही पीएचईडी।

– इसके बाद कहां करें शिकायत

कलेक्टर कंट्रोल रूम के हालत बता दे रहे हैं कि जिला किस तरह से चल रहा है। जब कलेक्टर कंट्रोल रूम में हुई शिकायत का निराकरण नहीं हो रहा है तो छोटे कार्यालयों में अंधेरगर्दी की स्थिति क्या होगी ये समझ सकते हैं। ये ही वो वजह है जिसके कारण भजनलाल हटाओ, राजस्थान बचाओ जैसा नारा ट्विटर पर जबरदस्त ट्रेंड कर रहा था। सरकार समर्थकों ने भी भजनलाल मतलब भरोसा का ट्रेंड चलाया। लेकिन, ये ट्रेंड सरकार के खिलाफ के ट्रेंड से आगे नहीं निकल पाया।

ये बता रहा है कि राज्य में सिरोही कलेक्टर कार्यालय से लेकर पीएचईडी कार्यालय जैसे हालातों के कारण खुद भाजपा के कार्यकर्ता भी भजनलाल सरकार में भरोसा नहीं जता पा रहे हैं। बदहाली के हालात ये हो चुके हैं कि खुद भाजपा जैसी दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी के कार्यकर्ता भी इसके खिलाफ भजनलाल सरकार के समर्थन में चलाए जा रहे ट्विटर ट्रेंड का हिस्सा बनकर उनके प्रति समर्थन नहीं जता पा रहे हैं।