किशनगढ़बास थाना परिसर में छत से गिरने से पुलिसकर्मी की मौत

अलवर। राजस्थान में खैरथल-तिजारा जिले के किशनगढ़बास थाना परिसर में शनिवार को छत से गिरने से एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई।

प्राप्त जानकारी के अनुसार वीरेंद्र यादव थाना भवन की तीसरी मंजिल पर कपड़े सुखाने के लिए गए थे। इसी दौरान पैर फिसलने से वह असंतुलित हो गए, जिसके चलते वह तीसरी मंजिल से आ गिरे।

गिरने की तेज आवाज सुनकर साथी पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे और उन्हें तुरंत किशनगढ़बास सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। वहां से प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें अलवर भेज दिया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।

हादसे के बाद पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और शोक संतप्त परिवार को हरसंभव सहायता का भरोसा दिलाया। स्थानीय नागरिकों एवं सामाजिक संगठनों ने भी इस दुखद घटना पर गहरा शोक जताते हुए सरकार से आर्थिक सहायता एवं बच्चों के लिए भविष्य की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है।

कुंए में गिरने से एक व्यक्ति की मौत

अलवर जिले के राजगढ़ थाना क्षेत्र में शनिवार को मोटर सही करते समय पैर फिसलने से कुएं में गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। पुलिस सूत्रों ने बताया कि मुरलीपुरा गांव में मिस्त्री हितेश सेन खेत में कुंए की मोटर ठीक कर रहा था। अचानक पैर फिसलने से वह कुंए में गिर गया। कुंआ करीब 200 फुट गहरा था जिसमें 40 फुट पानी था। डूबने से हितेश सेन की मौत हो गई। पुलिस ने मामला दर्ज करके शव पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया।

ऑनलाइन होटल बुकिंग केे नाम पर ठगने का आरोपी अरेस्ट

अलवर जिले के गोविंदगढ़ थाना क्षेत्र में पुलिस ने धार्मिक एवं पर्यटन स्थलों में धर्मशाला या होटल बुकिंग के नाम पर लोगों को ठगने के आरोपी को गिरफ्तार किया है।

थानाधिकारी बने सिंह मीणा ने शनिवार को बताया कि अरबाज खान निवासी बारौली थाना गोविंदगढ़ को गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया कि अरबाज खान रूम बुक करने नाम पर ऑनलाइन ठगी करता था। वह फर्जी साइट बनाकर उस पर रूम के साथ जिम, आरो प्लांट आदि का फोटो लगाकर महंगे दामों पर कमरे उपलब्ध करवाने का झांसा देता था।

मीणा ने बताया कि आरोपी ने पूछताछ में बताया कि वह दार्शनिक स्थल और पर्यटन स्थल के साथ बड़े शहरों में कमरे उपलब्ध करवाने के विज्ञापन डालता था। सैलानी होटल का कमरा बुक कराने के लिए गूगल पर नंबर सर्च करते हैं।

गूगल पर मिले नंबर हमें कॉल करके 20 कमरे बुक करने के लिए कहते। उसने बताया कि हम होटल का कर्मचारी बन कर सिक्योरिटी मनी ऑनलाइन डालने के लिए कहते। पीड़ित अलग-अलग ट्रांजेक्शन में लाखों रुपए विभिन्न यूपीआई आईडी पर डाल देते हैं।