देलवाड़ा जैन मंदिर के निकट विवादित जमीन का सीमाज्ञान करवाने की मांग की

माउंट आबू में उपखंड अधिकारी को ज्ञापन देते देलवाड़ा के ग्रामीण।

सबगुरु न्यूज – माउंट आबू। देलवाड़ा के ग्रामीणों ने देलवाड़ा जैन मंदिर समिति को मंदिर के करीब की करोड़ों की भूमि पर अतिक्रमण नहीं करने देने की मांग की है। इस संबंध में उपखंड अधिकारी को ज्ञापन देते हुए जमीन का सीमा ज्ञान करवाने की मांग की है।

नगर कांग्रेस मंडल के अध्यक्ष नारायण सिंह भाटी के नेतृत्व में देलवाड़ा के ग्रामीणों द्वारा दिए गए ज्ञापन में आरोप लगाया है कि उन्हें जानकारी मिली है कि मंदिर प्रशासन द्वारा 15 बीघा जमीन पर अतिक्रमण करने की कोशिश की जा रही है। पूर्व में इस जमीन को नगर पालिका द्वारा अतिक्रमण मुक्त करवाया गया था। इसमें बताया गया कि नगर पालिका कार्यालय द्वारा 2001 को खसरा नंबर 15/472 में 1944 बाय 44 वर्ग गज में अतिक्रमण बताया गया था, जिसे हटवाया गया था।

ज्ञापन में बताया गया है कि राज्य सरकार दवारा मंदिर की सुरक्षा निरीक्षण हेतु आए जस्टिस जसराज चोपड़ा कमेटी द्वारा 17 जुलाई 2009 को मंदिर का निरीक्षण कर रिपोर्ट बनाई गई । जिसमें सुरक्षा की दृष्टि से मंदिर के चारों ओर जो सुरक्षा दीवार बनी हुई है उनकी ऊंचाई 10 फुट बढ़ाकर ऊपर एंगल लगाकर तीखे सरिया लगाने का प्रस्ताव दिया था। जिससे मंदिर की सुरक्षा सुनिश्चित हो सकेगी।

ज्ञापन में बताया गया कि देलवाड़ा ट्रस्ट दवारा नगरपालिका से मंदिर की चार दीवार की ऊंचाई बढ़ाने बाबत पुनः परमिशन मांगी गई थी। उक्त परमिशन की आड में अन्य जगह नगरपालिका भूमि में दीवार का निर्माण कराया जा रहा था जिसे प्रशासन दवारा ध्वस्त किया गया था।

ज्ञापन में ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि मंदिर ट्रस्ट दवारा बार-बार परेशान किए जाने पर पूर्व उपखंड अधिकारी सिदधार्थ पलानीचामी से मिलकर समस्याएं बताई एवं समाधान हेतु जैन मंदिर की भूमियों का सीमा ज्ञान करवाने तथा नगर पालिका की भूमि पर तारबंदी कर बोर्ड लगाने हेतु सुझाव दिया था। तब तत्कालीन उपखंड अधिकारी ने 3 अक्टूबर 2023 को सीमा ज्ञान के आदेश दिए गए थे जिस पर कोई कार्यवाही नहीं हुई है। ग्रामीणों ने सुरक्षा दीवार की ऊंचाई बढ़ाने की आड़ में नगर पालिका की भूमि पर अतिक्रमण नहीं करने देने का अनुरोध उपखंड अधिकारी से किया है।