गृह मंत्री को पहलगाम हमले की जिम्मेदारी लेनी चाहिए : गौरव गोगोई

नई दिल्ली। कांग्रेस के उप नेता गौरव गोगोई ने लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान सोमवार को कहा कि कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुये आतंकवादी हमले की जिम्मेदारी गृह मंत्री अमित शाह को लेनी होगी और वह उप राज्यपाल मनोज सिन्हा के पीछे छिप नहीं सकते।

गोगोई ने कहा कि पहलगाम हमले को लेकर सारा दोष टूर ऑपरेटर के सिर पर मढ़ दिया गया और कहा गया कि बगैर अनुमति के टूर ऑपरेटर पर्यटकों को पहलगाम ले गया और इसकी जानकारी सरकार को नहीं दी गई। उन्होंने कहा कि जिम्मेदारी से भागने का यह कैसा तर्क है।

उन्होंने कहा कि पहलगाम हमले के 100 दिन बीत गए हैं लेकिन हमला करने वाले चार आतंकवादियों को अब तक पकड़ा नहीं जा सका है। आतंकवादी आये, उन्हें पनाह दी गयी, वे पहलगाम में एक घंटे तक गोलीबारी करते रहे और भाग गए लेकिन कोई पकड़ा नहीं गया।

गोगोई ने कहा कि आतंकवादियों को पनाह देने वाले नहीं पकड़े गए, उन्हें हथियार मुहैया कराने वाले पकड़े नहीं गए और हमले के बाद उन्हें सुरक्षित निकल जाने में मदद करने वाले भी नहीं पकड़े गए। सरकार के पास ड्रोन हैं, पेगासस है, केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल है, गृह मंत्री बताएं कि आतंकवादी और उनके मददगार अब तक पकड़े क्यों नहीं गए।

उन्होंने कहा कि पहलगाम में निहत्थे पर्यटकों पर एक घंटे तक आतंकवादी गोलीबारी करते रहे और उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं था। मौके पर एंबुलेंस पहुंचने में भी एक घंटा लग गया। इन सब सवालों का जवाब कौन देगा। गोगोई ने कहा कि केन्द्र सरकार इतनी अहंकारी है कि उससे चाहे जितनी बड़ी गलती हो, कोई उस पर सवाल नहीं उठा सकता।

उन्होंने कहा कि पहलगाम हमले के समय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सऊदी अरब में थे, उन्होंने वहां अपने सभी कार्यक्रम पूरे किए। स्वदेश आने पर वह पहलगाम नहीं गए, बिहार में जाकर चुनावी भाषण दिया। वह पहलगाम जाते तो कितना अच्छा होता। कांग्रेस के उप नेता ने कहा कि बहुत सुनते रहे हैं कि घुस के मारेंगे, 2016 में आतंकवादी हमले के बाद सुना गया कि घुस के मारेंगे, पहलगाम हमले के बाद फिर सुना कि घुस के मारेंगे।

उन्होंने कहा कि अब कहा जा रहा है कि ऑपरेशन सिंदूर अभी जारी है, इसका मतलब है कि पाकिस्तान फिर आतंकवादी हमला करेगा और तब फिर ऑपरेशन सिंदूर के तहत कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि संघर्ष विराम के बाद कहा गया कि हमारा मकसद युद्ध नहीं था, हमारा मकसद पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर लेना नहीं था। उन्होंने कहा कि हम अब पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर नहीं लेंगे तो कब लेंगे?

गोगोई ने कहा कि प्रमुख रक्षा अध्यक्ष अनिल चौहान ने विदेश में एक विदेशी समाचार एजेंसी से साक्षात्कार में कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान हमने शुरुआत में कुछ गलतियां कीं, जिससे नुकसान हुआ, उन गलतियों को हमने सुधारा और फिर दूर से हमला किया। उन्होंने कहा कि वह कौन सी गलती थी, यदि रफाल लड़ाकू विमान युद्ध के दौरान गिरे हैं, तो सरकार को इसकी जानकारी देश को देनी चाहिए। ये अरबों रुपए की कीमत के विमान हैं और भारत के पास सिर्फ 35 रफाल विमान हैं, ऐसे में इनकी जानकारी दिया जाना बहुत जरूरी है।

गोगोई ने कहा कि चीन की पाकिस्तान के साथ नजदीकी भारत के लिए बहुत चिंताजनक होनी चाहिए। चीन पाकिस्तान की सेना को 80 प्रतिशत हार्डवेयर की आपूर्ति करता है। उन्होंने कहा कि भारत के लिए पाकिस्तान, चीन और बांग्लादेश का गठजोड़ बहुत चिंताजनक होना चाहिए। ये तीनों देश लगातार नजदीक आते जा रहे हैं और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इसके प्रति बहुत पहले आगाह कर दिया था।

उन्होंने कहा कि भारत पाकिस्तान को मिल रही आर्थिक मदद रुकवा पाने में भी सफल नहीं हो पा रहा है। पाकिस्तान को बड़ी अंतरराष्ट्रीय आर्थिक संस्थाओं से लगातार सहायता मिलती जा रही है, जिसका इस्तेमाल वह भारत के खिलाफ भी कर सकता है। उन्होंने कहा कि हमारी विदेश नीति असफल होती जा रही है, दुनिया के एक भी देश ने पाकिस्तान को आतंकवादी देश का दर्जा नहीं दिया है। गोगोई ने कहा कि सरकार को पहलगाम हमले को लेकर पूरी सच्चाई देश के सामने लानी चाहिए और कांग्रेस के सच्चाई के साथ है, लोकतंत्र के साथ है।