आरएसएस की जोधपुर बैठक में ‘अवैध प्रवासियों” के मुद्दे पर होगा मंथन

लखनऊ। राजस्थान के जोधपुर में 5 से 7 सितंबर तक आयोजित होने वाली राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की समन्वय बैठक में ‘अवैध प्रवास’ का मुद्दा प्रमुखता से उठने की उम्मीद है।

उत्तर प्रदेश में आरएसएस से जुड़े सूत्रों की माने तो जिस तरह से विपक्ष लगातार एसआईआर के मुद्दे को लेकर सरकार और संगठन पर हमलावर है उससे इस बात की पूरी संभवना है कि यह मुद्दा बैठक में शीर्ष एजेंडे में रहेगा और इससे निपटने में सामने आ रही चुनौतियों पर चर्चा की जाएगी।

बैठक में पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा, राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बीएल संतोष, और सुनील बंसल व शिव प्रकाश सहित अन्य वरिष्ठ भाजपा पदाधिकारी शामिल होंगे। उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व राज्य महासचिव (संगठन) धर्मपाल सिंह करेंगे।
आरएसएस के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा कि, यह मुद्दा संघ के समक्ष तब भी रहा है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के अपने भाषण में घुसपैठ से उत्पन्न चुनौतियों से निपटने के लिए एक उच्चस्तरीय जनसांख्यिकीय मिशन स्थापित करने की वकालत की थी।

दरअसल, संघ लंबे समय से असम, बंगाल, उत्तर प्रदेश व बिहार के कुछ हिस्सों के हिंदू-बहुल क्षेत्रों लगातार बढ़ रही अवैध प्रवासियों की संख्या से चिंतित है। संघ को लगता है कि जिस तरह से अवैध प्रवासियों की आबादी बढ़ रही है उससे आने वाले समय में हिन्दू समाज के लिए एक सांस्कृतिक खतरा पैदा हो जाएगा। विशेषज्ञों का कहना है कि आरएसएस का लगातार इस मुद्दे पर फोकस करना यह सुनिश्चित करता है कि भाजपा शासन और कल्याणकारी एजेंडे को आगे बढ़ाते हुए अपने मूल राष्ट्रवादी मुद्दे को कमज़ोर नहीं होने देगा।

बांग्लादेश से अवैध प्रवासियों के ख़िलाफ़ सतर्कता बरतने पर ज़ोर देते हुए आरएसएस ने हाल ही में चिंता व्यक्त की है कि वैध नागरिकों पर अनुचित संदेह या शत्रुता का व्यवहार नहीं किया जाना चाहिए। अवैध प्रवासियों का मुद्दा बीजेपी और संघ के लिए इसलिए भी अहम हो गया है क्योंकि विपक्ष खासतौर से कांग्रेस और इंडिया गंठबंधन के नेता भारतीय चुनाव आयोग की आलोचना करने करने के साथ ही भगवा संगठन पर वोट चोरी करने का आरोप लगा रहे हैं।

हाल ही में समाप्त हुए संसद के मानसून सत्र के दौरान भी एसआईआर को लेकर काफी हंगामा हुआ था। इस मामले को तूल देते हुए लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी इस समय बिहार में वोट अधिकार यात्रा निकाल रहे हैं और इसमें इंडिया गठबंधन से जुड़े अहम नेता सपा के सुप्रीमो अखिलेश यादव, बिहार के नेता तेजस्वी यादव समेत कई नेता भी इसमें शामिल हो रहे हैं। इस यात्रा के दौरान राहुल गांधी लगातार पीएम मोदी और चुनाव आयोग पर निशाना साध रहे हैं।

इस बीच प्रदेश भाजपा के सूत्रों ने बताया कि पार्टी 2027 के विधानसभा चुनावों से पहले मतदाता सूची को लेकर एक जागरूकता अभियान की भी योजना बना रही है। प्रदेश प्रवक्ता अवनीश त्यागी ने कहा कि मतदाता सूची की शुद्धता वास्तव में किसी भी चुनावी प्रक्रिया का सबसे महत्वपूर्ण पहलू है, जिसे मुख्य रूप से चुनाव आयोग द्वारा निर्धारित समय पर किया जाता है। हमारी पार्टी भी इस उद्देश्य के लिए अभियान चलाती रही है और आगे भी चलाएगी।