कोल्लम। केरल सरकार ने अमृतपुरी आश्रम में अमृतवर्षम 72 समारोह के दौरान माता अमृतानंदमयी देवी(अम्मा) को सम्मानित किया। आध्यात्मिक गुरु जिन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हगिंग सेंट के रूप में जाना जाता है, के 72वें जन्मदिन पर हजारों भक्त दिनभर के उत्सव के लिए आश्रम में एकत्र हुए।
वर्ष 2000 में अम्मा ने न्यूयॉर्क में मिलेनियम विश्व शांति शिखर सम्मेलन को संबोधित किया था। जहां उन्होंने मलयालम में भाषण दिया जो संयुक्त राष्ट्र महासभा हॉल में पहली बार इस भाषा के प्रयोग का अवसर था। इस मील के पत्थर की 25वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में केरल सरकार ने अम्मा को विशेष सम्मान प्रदान किया।
केरल के संस्कृति और युवा मामलों के मंत्री, साजी चेरियन ने राज्य सरकार की ओर से यह सम्मान प्रदान किया। उन्होंने कहा कि अम्मा ने मलयालम भाषा और संस्कृति की ताकत को पूरी दुनिया के सामने प्रदर्शित किया है। वैश्विक मंच पर मलयालम का उपयोग उन लोगों के लिए भी एक शक्तिशाली संदेश था जो अपनी मातृभाषा की उपेक्षा करते हैं। यह केवल एक सम्मान नहीं है-यह एक सांस्कृतिक जागृति है। इस अवसर पर, मुख्यमंत्री भी अपनी श्रद्धा और शुभकामनाएं व्यक्त करते हैं।
अम्मा ने सम्मान स्वीकार करते हुए इसे मलयालम भाषा को समर्पित किया। उन्होंने कहा कि यह पुरस्कार मलयालम का है, जिसने हमें पहचान और रूप दिया है। माता-पिता को अपने बच्चों को अपनी मातृभाषा पर गर्व करने और इसे संरक्षित करने के लिए प्रेरित करना चाहिए।