विरोध के बावजूद ओडिशा के मंदिर में दी सामूहिक पशु बलि

भुवनेश्वर। ओडिशा के कालाहांडी जिले में छतर यात्रा उत्सव के दौरान भारी विरोध के बावजूद मंगलवार तड़के सामूहिक रूप से पशुओं की बलि दी गयी।

मां मणिकेश्वरी की प्रसिद्ध छतर यात्रा जिला मुख्यालय भवानीपटना की सड़कों पर तीन किलोमीटर लंबे मार्ग से निकाली गई। भक्तों ने अपनी मनोकामना पूरी होने पर सड़क के दोनों ओर जानवरों की बलि दी। स्थानीय प्रशासन ने इस प्रथा को रोकने में कोई रूचि नहीं दिखायी और सड़क के दोनों तरफ माला पहने सैकड़ों पशु दिखाई दे रहे थे।

स्थानीय लोगों ने इस प्रथा का बचाव करते हुए कहा कि देवी मणिकेश्वरी इस क्षेत्र को प्राकृतिक प्रकोप से बचाती हैं। वे पशु बलि को जीवन, फसलों और पशुधन की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए श्रद्धा के प्रतीक के रूप में देखते हैं। स्थानीय लोगों के अनुसार शक्तिपंथ के उपासकों द्वारा प्रतिवर्ष एक प्राचीन अनुष्ठान के रूप में सामूहिक बलि दी जाती है।

व्यापक सुरक्षा व्यवस्था के कारण यह वार्षिक आयोजन शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ और किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली। इस रक्तरंजित अनुष्ठान का समापन भक्तों द्वारा शांति के पारंपरिक प्रतीक के रूप में हवा में कबूतर उड़ाने के साथ किया गया।