सबगुरु न्यूज-सिरोही। सिरोही जिले के सिरोही व पिण्डवाडा विधानसभाओं के मंडलों के समूहों में अचानक पिण्डवाडा के प्रधान नितिन बंसल का एक साल पुराने भाषण का वीडियो वायरल होने लगा। इस वीडियो में वो सामाजिक समारोह में ये बोलते हुए सुनाई दे रहे हैं कि वो एक सौ लोगों को मारकर प्रधान बने हैं।
एकाएक इस वीडियो के वायरल होने की वजह थी भाजपा के आत्मनिर्भर भारत अभियान के जिला संयोजक नारायण देवासी के माध्यम से प्रसारित संदेश में पिण्डवाडा विधानसभा के आयोजन का स्थल। जिस वृहद स्तर पर इस स्थान पर बैठक करवाने का विरोध हुआ उसे देखते हुए जिला भाजपा को 17 अक्टूबर को सरूपगंज के बालाजी भवन में प्रस्तावित आत्मनिर्भर भारत अभियान की पिण्डवाडा-आबू विधानसभा की बैठक को स्थगित करना पडा।
– त्यागपत्र देने तक का निर्णय
भाजपा की बैठक के पिण्डवाडा के प्रधान के संबंधित बालाजी भवन में रखने का सबसे तीव्र विरोध पिण्डवाडा-आबू विधानसभा में दिखाई दिया। इसका विरोध करने वाले भाजपा के पिण्डवाडा-आबू के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने व्हाट्सएप समूहों पर जो प्रमुख वजह लिखी थी वो थी भाजपा को पूंजीवादी प्रभाव से मुक्त रखकर कार्यकर्ताओं के सम्मान को फिर से बहाल करवाना।
सिरोही नगर के एक समूह में ये लिखा गया कि पिण्डवाडा पंचायत समिति की चार ग्राम पंचायत के हजारों लोगों की जमीनें और घर लाइमस्टोन माइनिंग की जद में अधिगृहण का शिकार होने वाले हैं। इसे लेकर पिण्डवाडा के पूंजीपति भाजपा नेता के भवन के बाहर विलाप किया उसी भवन में भाजपा का सम्मेलन रखने का औचित्य क्या है। इन पोस्टोें में बडी तल्ख भाषा का इस्तेमाल करते हुए लिखा गया कि आखिर पार्टी की ऐसी क्या मजबूरी है कि दो कचोरी और एक चाय के लिए कार्यकर्ताओं के जमीर को गिरवी रखने को तैयार हो गई है।
कुछ कार्यकर्ताओं ने तो इस निजी भवन का नाम कमलम करने तक की चुटकी ले ली। यही नहीं कुछ पोस्टों में नाम लिखे बिना दो नेताओं का प्रबल विरोध जताया। इस भवन में बैठक को लेकर तो भारजा में बुधवार को बैठक भी रखी गई थी। इसमें इस भवन में भाजपा के आत्मनिर्भर भारत की बैठक रखने पर सामूहिक इस्तीफा देने का भी निर्णय किया गया।
-अंदरखाने किसी को उत्साह नहीं
आत्मनिर्भर भारत के आयोजन को लेकर भले ही भाजपा कार्यकर्ताओं में उत्साह हो, लेकिन पिण्डवाडा में भाजपा जिला संगठन के द्वारा वहां के पूंजीपति नेता के यहां पर ये आयोजित करवाने का पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं में प्रबल विरोध था। पार्टी के कार्यकर्ता अपने आत्मसम्मान को पार्टी के नेताओं के टास्क पूर्ति के लिए गिरवी रखने को तैयार नहीं थे।
पिण्डवाडा क्षेत्र में वहां के प्रधान के लिए पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं का विरोध किसी से छिपा नहीं था। लेकिन, रोहिडा, भारजा, वाटेरा ग्राम पंचायतों के हजारों लोगों पर लाइमस्टोन माइनिंग का ग्रहण लगने पर प्रधान की ढुलमुल नीति के कारण ये विरोध सार्वजनिक हो गया। इस बैठक में भाजपा के पदाधिकारी ने ऐलान किया कि माइनिंग के मुद्दे पर उनका प्रधान से विशेष नाराजगी है। ऐसे में वहां पर कार्यक्रम का आयोजन करने पर भीमाणा, वाटेरा, रोहिडा में जाकर लोगों को एकत्रित करके इसका विरोध जताएंगे।
इन कार्यकर्ताओं का कहना था कि पदाधिकारी, कार्यकर्ता और मतदाता यहां पर धरने पर हैं और पदाधिकारी इस धरने के प्रति ढुलमुल रवैया रखने वाले के यहां पर दाल-बाटी की दावत उडाएंगे ये बर्दाश्त से बाहर है। इतना ही नहीं ऐसा करने पर कुछ कार्यकर्ताओं ने तो कार्यक्रम स्थल पर जाकर विरोध जताने की मंशा जताई। सुबह तक ये विरोध आग की तरह से भाजपा के सोशली मीडिया समूहों पर फैल गया।
सूत्रों के अनुसार जिलाध्यक्ष ने पहले तो कार्यक्रम स्थल के परिवर्तन की मंशा जताई लेकिन, फिर जिला संगठन ने किसी अनहोनी को टालने लिए इसे स्थगित करना मुनासिब समझा। इस कार्यक्रम के जिला संयोजक नारायण देवासी और जिला सहसंयोजक भुवनेश पुरोहित द्वारा इस आत्मनिर्भर भारत संकल्प अभियान की बालाजी भवन में शुक्रवार को प्रस्तावित बैठक को स्थगित कर दिया।