पिण्डवाडा हुआ पानी-पानी, बत्तीसा ओवरफ्लो, बनास में पानी, जवाई के गेट खोले

सिरोही में तेज बारिश के कारण पिंडवाड़ा की सड़कों और गलियों में बहता पानी।

सबगुरु न्यूज-सिरोही। जिले में शनिवार सारी ही तहसीलों में बारिश हुई। पिण्डवाडा में सुबह आठ से शाम चार बजे तक सबसे ज्यादा बारिश हुई। इस कारण यहां की सूकली नदी में कई सालों बाद पानी आया। पिण्डवाडा नगर पालिका क्षेत्र के कई इलाकों में जलभराव हो गया। इस बारिश के बाद सिरोही शहर की पेयजल आपूर्ति तथा आबूरोड व देलदर तहसील के गांवों की सिंचाई के पानी की आपूर्ति के लिए बनाया गया बत्तीसा नाला बांध भी ओवरफ्लो हो गया। ये बांध नया बना है और इस बार पहली बार ओवरफ्लो हुआ है ऐसे में प्रशासन इसे लेकर विशेष मुस्तैदी बरत रहा है।

सिरोही में मातर माता में फंसे लोगों को निकालते एसडीआरएफ के जवान।

उदयपुर क्षेत्र में अच्छी बारिश के कारण जवाई के ट्रिब्यूटरी सेई बांध से लगातार पानी की आवक होने से शनिवार की दोपहर को जवाई बांध के गेट खोल दिए गए। इससे सिरोही जिले के शिवगंज और पाली के सुमेरपुर के बीच सीमा का काम करने वाली जवाई नदी में पानी की आवक हुई। शाम होते होते जवाई नदी के आठ गेट 5-5 फीट खोल दिए गए। इससे जवाई नदी में पानी की आवक बढने से शिवगंज सुमरेपुर की पुलिया के उपर से पानी बहने लगा। जवाई नदी में पानी आने से सिरोही से लेकर जालोर तक के किसानों में हर्ष है। इस नदी मे ंपानी आने से सिरोही के शिवगंज से लेकर जालोर जिले के सायला तक का भूजल रिचार्ज होता है।

बत्तीसा नाला बांध का निरीक्षण करती माउंट आबू उपखंड अधिकारी।

पिण्डवाडा क्षेत्र में जिले में शनिवार को सबसे ज्यादा 105 मिलीमीटर या चार इंच बारिश हुई। इस कारण जिले के महत्वाकांक्षी बत्तीसा नाला बांध में पानी की अच्छी आवक हुई। इससे ये बांध पहली बार ओवरफ्लो हुआ। नया बांध होने के कारण प्रशासन इसे लेकर विशेष सतर्कता बरत रहा है। बत्तीसा नाला के आवरफ्लो होने से पहले ही प्रशासन ने एहतियात बरतते हुए इसकी डाउनस्ट्रीम में पडने वाले गांवों में घूम घूम कर मुनादी कर दी थी कि इसके डाउनस्ट्रीम में कोई भी ग्रामीण और उनके पशु नहीं जावें।

सिरोही जिले के देलदर में ओवरफ्लो हुआ बत्तीसा नाला बांध।

पिण्डवाड़ा -उदयपुर के मध्य कैचमेंट एरिया मे तेज बारिश का दौर जारी है जिससे वासा, वालोरिया व भुला बांध के ओवरफ्लो मे 1 मीटर के करीब चादर चलने लगी। जिससे किंवरली गांव मे जाकर बनास नदी मे मिलने वाली सूकडी नदी तेज प्रवाह से बहने लगी। प्रशासन ने सुकड़ी व बनास नदी के किनारे आने वाले गावों के लोगो से नदी से दूर रहने का आग्रह किया। सूकडी नदी का पानी बनास नदी में आने से आबूरोड में भी बनास नदी तेज रफ्तार से बह रही है। बत्तीसा नाला का पानी भी इसमें आकर मिलने लगा है। यदि बारिश की यही तेजी रही तो इस नदी में आबूरोड में जल स्तर और बढ सकता है। नदी में बहाव को देखने के लिए पुल पर लोग एकत्रित हुए। अनन्त चतुर्दशी पर गणपति विसर्जन भी होने के कारण पुलिया और नदी के किनारे पुलिस के जवान तैनात किए गए।

सिरोही जिले के देलदर में ओवरफ्लो हुआ बत्तीसा नाला बांध।

तेज बारिश के कारण शनिवार को ही सिरोही के सारणेश्पर महादेव मंदिर के पीछे स्थित सिरणवा पहाडियों पर स्थापित मातर माता मंदिर में भी करीब 200 श्रद्धालु फंस गए। भादव की तेरस और चैदस को माताजी का दिन होने के कारण ये लोग मातर माता की पहाडी पर दर्शन के लिए चढे थे। इसकी सीढीयों पर ही इस पहाडी का झरना बहता हैं। ऐसे में तेज बारिश के कारण सीढीयों पर तेज रफ्तार से पानी बहने लगा। लोगों का इसमें उतरना जानलेवा हो सकता था। ऐसे में ये लोग उपर ही रहे। एसडीआरएफ को इसकी सूचना दी गई तो उसने इन लोगों को दूसरे रास्ते से उतारा। इसमें सुमेरपुर के कोसला गांव के सबसे ज्यादा श्रद्धालु थे।

जिले में तेज बारिश के चलते आबूरोड में उफनती बनास नदी।

सिरोही कंट्रोल रूम के अनुसार माउण्ट आबू में शनिवार सुबह आठ बजे से शाम चार बजे तक डेढ इंच, देलदर में ढाई इंच, शिवगंज में पौने तीन इंच, सिरोही में 13.8 मिलीमीटर आबूरोड में 17 मिलीमीटर तथा रेवदर मे तीन मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।