नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष तथा लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने हरियाणा विधानसभा के पिछले चुनाव में भारी हेराफेरी होने का दावा करते हुए चुनाव आयोग पर भारतीय जनता पार्टी तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इशारे पर 25 लाख वोटों की गड़बड़ी करने का आरोप लगाया है।
गांधी ने बुधवार को यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में चुनाव आयोग, भाजपा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा गृहमंत्री अमित शाह पर ‘वोट चोरी’ कराने का आरोप लगाया और कहा कि विपक्ष के नेता के रूप में वोटर को जागृत कर लोकतंत्र को बचाना उनकी जिम्मेदारी है क्योंकि आयोग विवरण नहीं देता है और न ही वेबसाइट पर फोटो दिखाता है।
उन्होंने कहा कि हरियाणा में साजिश के तहत वोट चोरी हुई है। वोट चोरी राज्य और राष्ट्रीय दोनों स्तर पर हो रही है। हमें कई राज्यों में इसका अनुभव भी हुआ है इसलिए हमने हरियाणा में गहराई से इसकी पड़ताल करने का फैसला किया। सभी सर्वेक्षणों में कांग्रेस की जीत की ओर इशारा किया जा रहा था। एक और बात यह थी कि हरियाणा के चुनावी इतिहास में पहली बार, डाक वोट वास्तविक मतदान से भिन्न थे। डाक मतपत्रों में कांग्रेस 73 और भाजपा 17 सीटें पर आगे थी लेकिन नतीजे इसके विपरीत आए इसलिए हमने विवरणों पर गौर करना शुरू किया।
कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि मैं चुनाव आयोग और लोकतांत्रिक प्रक्रिया पर सवाल उठा रहा हूं और मैं ऐसा 100 प्रतिशत सबूत के साथ कर रहा हूं। यह स्पष्ट है कि हरियाणा में कांग्रेस की अनुमानित भारी जीत को हार में बदलने का काम योजनाबद्ध तरीके से हुआ है। जब एग्जिट पोल और सारे संकेत कांग्रेस की जीत की बता करते हैं तो ऐसे समय में हरियाणा के नेताओं और खासकर मुख्यमंत्री का अद्भुत आत्मविश्वास गौर करने लायक था। आख़िरी नतीजा ये हुआ कि कांग्रेस हरियाणा चुनाव हार गई।
उन्होंने मतदाता सूची में शामिल ब्राजील की महिला का जिक्र किया और चुनाव आयोग से पूछा कि यह महिला कौन है। उसकी उम्र कितनी है। वह कहां से है। उसके नाम पर हरियाणा में 10 अलग-अलग बूथों पर 22 बार मतदान किया गया। चौंकाने वाली बात यह है कि वह महिला कथित तौर पर ब्राज़ील की रहने वाली है और वह एक ब्राज़ीलियाई मॉडल है। वह हरियाणा में ऐसे 25 लाख वोटरों में से एक है। यह सब व्यवस्थित तरीके और केंद्रीकृत ऑपरेशन के तहत किया गया है। इसमें बड़ा सवाल यह है कि ब्राजील की एक महिला हरियाणा की चुनावी सूची में क्या कर रही है। साफ है कि यह सब एक सोची समझी रणनीति के तहत हो रहा है।
गांधी ने कहा कि हरियाणा में 25 लाख वोट चोरी हुए हैं और ये वोट पांच तरह से चोरी किए गए हैं। इसमें सबसे पहली चोरी 5,21,619 डुप्लीकेट मतदाता बनाकर हुई की है। दूसरी चोरी अमान्य पते वाले मतदाताओं के रूप में हुई है जिनकी संख्या 93,174 है। तीसरे 19,26,351 बल्क वोटर हैं, चौथे स्थान पर फॉर्म 6 का दुरुपयोग कर बनाए गए अतिरिक्त वोटर और फॉर्म 7 का दुरुपयोग कर हटाए गए वोटर हैं। हरियाणा में दो करोड़ वोटर हैं और इनमें से 25,41,144 वोट चोरी हुए हैं। इससे बड़ी तस्वीर यह है कि वहां हर आठ में से एक मतदाता फर्जी है।
हरियाणा में एक महिला के नाम पर 100 बार वोट देने का काम हुआ है और एक फोटो दो बूथों पर 223 वोट के लिए इस्तेमाल होता है। राज्य में 5,21,619 डुप्लीकेट वोटर हैं और यह सब अवैध वोटिंग के लिए किया गया है। इन अवैध वोटों का पता नहीं चले इसीलिए आयोग सीसीटीवी फुटेज को नष्ट कर रहा है। कुछ वोटर कार्ड की फोटो नकली और धुंधली हैं। ममता, दुर्गा, संगीता, मंजू आदि ऐसे कई मतदाता है और इन सबकी तस्वीरें धुंधली हैं। इनके नाम कई बूथों पर हैं और इससे साफ है कि बूथ स्तर पर नहीं बल्कि उच्च स्तर से फर्जी काम कराया जा रहा है। एक वोटर शशांक गिरि बूथ संख्या 431 और 508 में और वह 14 बार मतदान कर रहे हैं। एक अन्य व्यक्ति और उनके भाई, रुद्राभिषेक जैन और नमन जैन बूथ संख्या130 और 131 पर 18 बार मतदान कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि फर्जी वोटरों तथा डुप्लीकेट वोटरों को चुनाव आयोग तत्काल हटा सकता है और एक तस्वीर और एक ही पते की पहचान करने की जांच करवा कर फर्जी मतदाता को हटा सकता है लेकिन वे ऐसा नहीं करते, क्योंकि आयोग भाजपा का मददगार बन गया है। वोट चोरी अब व्यवस्था का हिस्सा बन गया है। इसका उपयोग किसी भी राज्य में किया जा सकता है।
बिहार विधानसभा चुनाव में भी इसका इस्तेमाल होने जा रहा है और मुझे विश्वास है कि बिहार चुनाव के बाद हमें वोट चोरी के रिकॉर्ड मिलेंगे। क्योंकि एक रात पहले मतदाता सूची सामने आती है, इसलिए हम पहले से कुछ नहीं कर सकते। यह एक व्यवस्थित तरीका है जिसे भाजपा, मोदी और चुनाव आयोग ने संविधान और हमारे लोकतंत्र को कमजोर करने के लिए विकसित किया है। हरियाणा के सीएम की कोई वैधता नहीं है क्योंकि वह क्योंकि वह ‘वोट चोरी’ करके सरकार में आये हैं। महाराष्ट्र सरकार के साथ भी ऐसा ही हुआ है।



