पटना। बिहार की जानी-मानी गायिका मैथिली ठाकुर ने महज 25 साल तीन महीने 20 दिन की उम्र में चुनाव जीतकर देश में सबसे कम उम्र में विधायक चुने जाने का रिकॉर्ड कायम किया है।
मधुबनी जिले के बेनीपट्टी में 25 जुलाई 2000 को जन्मी मैथिली ने बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से ठीक पहले भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की और अलीनगर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा। उन्होंने राष्ट्रीय जनता दल के बिनोद मिश्रा को 11,730 मतों से पराजित किया।
इसके साथ ही मैथिली ने देश के इतिहास में सबसे युवा विधायक चुने जाने का गौरव हासिल किया। मैथिली को 84,915 और मिश्रा को 73,185 मत मिले।
मैथिली हिंदी, भोजपुरी, मैथिली, अवधि और अन्य भाषाओं में मुख्यतः लोकगीतों के लिए जानी जाती हैं। यू-ट्यूब और सोशल मीडिया के माध्यम से देश और दुनिया में अपनी गायकी की पहचान स्थापित करने वाली मैथिली को भाजपा ने उनकी लोकप्रियता को देखते हुए टिकट दिया था और उनकी जीत ने इस पर मुहर लगाई।
मौजूदा विधायकों में मैथिली से पहले तेलंगाना कांग्रेस के मिनमपल्ली रोहित के नाम सबसे कम उम्र में विधायक चुने जाने की उपलब्धि थी जो 26 साल की उम्र में विधायक बने थे।
वहीं, स्वतंत्र भारत के इतिहास में यह गौरव राजस्थान की बारमेर सीट से 1962 में विधायक चुने गए उमेद सिंह के नाम था। अब मैथिली ने सबको पीछे छोड़ दिया है। उल्लेखनीय है कि देश में विधानसभा और लोकसभा का चुनाव लड़ने के लिए न्यूनतम उम्र सीमा 25 साल है।



